पीड़िता ने बताया कि उनका विवाह 9 दिसंबर 2021 को मेरठ निवासी डॉ. दलीप कुमार से हुआ था, जो अमरोहा के राजकीय महाविद्यालय में सहायक प्रोफेसर हैं। शादी में उनके पिता ने करीब 25 लाख रुपये खर्च कर कार, जेवरात और अन्य सामान दिया था। बावजूद इसके पति डॉ. दलीप, जेठ आनंद कुमार, जेठानी सरिता, नंद संतोष साहनिया और नंदोई मदन पाल साहनिया मिलकर लगातार दस लाख नकद व 25 लाख की नई कार की मांग कर रहे थे।
मांग पूरी न होने पर मारपीट कर घर से निकाला
आरोप है कि मांग पूरी न होने पर सभी ने मिलकर गाली-गलौज कर मारपीट की। पीड़िता ने यह भी कहा कि शादी के वक्त दलीप की उम्र गलत बताकर उन्हें धोखे में रखा गया। दस्तावेज़ों के मुताबिक शादी के समय बताई गई उम्र से वह करीब छह साल बड़े निकले। पीड़िता का कहना है कि दहेज की मांग पूरी न होने पर 13 जून 2024 को ससुराल पक्ष ने उन्हें बुरी तरह पीटा और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद पति उन्हें घर से निकालकर रोडवेज पर छोड़ गए।
एसएसपी के आदेश पर एफआईआर दर्ज
पीड़िता ने बताया कि उन्होंने एसएसपी बरेली को तहरीर दी, लेकिन मामला परामर्श केंद्र भेज दिया गया, जहां पति ने सुलह का दिखावा किया और बदायूं में किराए के मकान में कुछ दिन साथ रखा। लेकिन 19 नवंबर 2024 को दोबारा दहेज की मांग पूरी न होने पर उन्हें छोड़ दिया गया। जिसके बाद पीड़िता ने दोबारा मामले की शिकायत एसएसपी अनुराग आर्य से की। जिसके बाद एसएसपी के आदेश पर बारादरी पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।