मीरगंज थाना क्षेत्र के मुलड़िया गांव निवासी रिजवान एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे सुबह इलाज के लिए एक निजी अस्पताल लाया गया था। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताते हुए उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। परिजन जब उसे लेकर उच्च केंद्र जा रहे थे, तभी रास्ते में रिजवान की मौत हो गई। इसके बाद परिजन मृतक का शव वापस अस्पताल ले आए और वहीं पर हंगामा शुरू हो गया।
भीड़ को उकसाने का आरोप, अस्पताल प्रबंधक पर हमला
मृतक के परिजनों राशिद जान, शानू खान, ईशा खान और मोबीन खान ने मौके पर मौजूद लोगों को उकसाया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। आरोप है कि भीड़ ने अस्पताल प्रबंधक विनोद कुमार के साथ मारपीट की और उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल स्टाफ के सदस्यों—चंद्रपाल, संतोष कनौजिया, मनोज और महेश—ने बीच-बचाव कर किसी तरह प्रबंधक को बचाया। सूचना मिलते ही इज्जतनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी भाग चुके थे।
इज्जतनगर थाने में शिकायत, कार्रवाई की मांग
अस्पताल प्रबंधक विनोद कुमार ने इज्जतनगर थाने में लिखित तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि डॉक्टरों ने समय पर मरीज की गंभीर हालत देखते हुए परिजनों को रेफर करने की सलाह दी थी। ऐसे में अस्पताल पर हमले को पूरी तरह से अनुचित बताया गया है। पुलिस अब अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों की पहचान कर रही है और जल्द कार्रवाई की बात कही जा रही है।