पुलिस पूछताछ में आरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया है। सीओ बिसौली सुनील कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर जांच की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया धर्मेंद्र की अपने पड़ोसी राजपाल से उधारी को लेकर कहासुनी हुई थी। नशे की हालत में विवाद बढ़ा तो राजपाल ने रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
शराब पीने के दौरान हुआ विवाद
फैजगंज के गांव भवानीपुर निवासी 32 वर्षीय धर्मेंद्र उर्फ बुद्धि पुत्र ओमप्रकाश मजदूरी करता था। उसने चार साल पहले प्रेम विवाह किया था और पत्नी ममता के साथ संभल जिले के चंदौसी कस्बे में किराए पर रहने लगा था। शुक्रवार को वह अकेले गांव लौटा और सीधे पड़ोसी राजपाल के घर पहुंच गया, जो अवैध शराब बेचने का धंधा करता है। दोनों ने साथ बैठकर शराब पी। नशे की हालत में धर्मेंद्र ने राजपाल से अपनी 10 हजार रुपये की उधारी मांगी। इसी पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि राजपाल ने घर में रखी रस्सी से गला घोंटकर धर्मेंद्र की जान ले ली और शव को कमरे में छिपा दिया।
शव के पास बंधा था अंगोछा
शनिवार सुबह जब धर्मेंद्र का भाई जुगेंद्र उसे खोजते हुए गांव पहुंचा तो ग्रामीणों ने बताया कि वह आखिरी बार राजपाल के घर गया था। शक होने पर जुगेंद्र जब राजपाल के घर पहुंचा तो उसने धर्मेंद्र के आने से इनकार कर दिया। लेकिन जब कमरे का ताला खोलने को कहा गया, तो भीतर धर्मेंद्र का शव औंधे मुंह जमीन पर पड़ा मिला। उसके चेहरे पर अंगोछा बंधा था और गले व पीठ पर रस्सी के गहरे निशान थे।
भागने की फिराक में था आरोपी
घटना के बाद आरोपी राजपाल भागने की कोशिश में था, लेकिन मौके पर मौजूद ग्रामीणों और धर्मेंद्र के भाई ने उसे दबोच लिया। सूचना पर एसओ रामेंद्र सिंह और सीओ बिसौली सुनील कुमार सिंह पुलिस टीम के साथ पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। धर्मेंद्र के परिजनों का कहना है कि राजपाल गांव में लंबे समय से अवैध शराब बेचता है और संभवतः धर्मेंद्र की हत्या में अकेला नहीं था। परिजन इस हत्याकांड में अन्य लोगों की संलिप्तता की भी आशंका जता रहे हैं।