शिव थाना पुलिस के अनुसार उण्डू गांव के एक परिवार के चार लोगों ने टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतकों की पहचान शिवलाल (35) पुत्र नगाराम, पत्नी कविता (32), पुत्र बजरंग (9) व रामदेव (8) के रूप में हुई। पुलिस ने मृतकों के शव पीहर व ससुराल पक्ष के लोगों की मौजूदगी में टांके से बाहर निकाले और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भियाड़ की मोर्चरी में रखवाया। जहां कविता के भाई दामोदर गौड़ निवासी सेवनियाला की रिपोर्ट के आधार पर प्रकरण दर्ज कर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किए गए। इसके बाद गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
यह लिखा सुसाइड नोट में…
पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट में शिवलाल ने अपने भाई मांगीलाल, उसकी पत्नी और गांव की पुश्तैनी जमीन व मकान को लेकर प्रताड़ित किए जाने का उल्लेख किया है। लिखा है कि भाई और उसकी पत्नी परेशान करते थे और मां उनका सहयोग करती थी। मांगीलाल के परिवार को सजा मिलनी चाहिए। पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट तीन दिन पहले लिखा गया था, क्योंकि नोट पर 29 जून की तारीख दर्ज है। मकान को लेकर विवाद
शिवलाल लंबे समय से जयपुर में रहकर हैंडीक्राफ्ट का काम करता था और उसकी पत्नी व बच्चे गांव में ही रहते थे। वह 5-7 दिन पहले जयपुर से घर आया था। पिता पूजा-पाठ का काम करते हैं। दोनों भाई गांव में साथ रहते थे, लेकिन कुछ समय से मांगीलाल अपने परिवार के साथ बाड़मेर शहर में रहता है और मां भी उसके साथ ही रहती है। पुलिस ने बताया कि मां के नाम सरकारी योजना में मकान स्वीकृत हुआ था। इसके चलते दोनों भाइयों के बीच विवाद हो गया था। शिवलाल चाहता था कि भाई मांगीलाल को पुश्तैनी मकान दिया जाए और मां का मकान उसे मिल जाए, लेकिन मां और भाई ऐसा नहीं चाहते थे।
बेटों का श्रृंगार किया, गहने पहनाए
शिवलाल की पत्नी ने सुसाइड से पहले दोनों बेटों को तैयार किया और लड़की के कपड़े पहनाए। साथ ही अपने गहने पहनाने के बाद एक वीडियो भी बनाया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। मां ने अपनी चुनरी बेटों को ओढ़ाई, काजल लगाकर उन्हें तैयार किया।