एक दिन पूर्व महेंद्र सुबह 8 बजे घर से निकला था और करीब 10 बजे फेसबुक पर पोस्ट करने के बाद लापता हो गया। उसकी बाइक व चप्पल ग्राम छोटी कसरावद स्थित नर्मदा पुल पर मिलने से सनसनी फैल गई थी। करीब 33 घंटे बाद उसका शव नर्मदा में पुल के नीचे पाया गया।
ग्राम कल्याणपुरा निवासी महेंद्र का 30 अप्रेल से विवाह कार्यक्रम शुरू होने वाले था और 1 मई को बारात जानी थी। इसको लेकर गत दिनों से महेंद्र व परिजन तैयारियों में जुटे थे। बड़वानी व धार जिले की सीमा पर खंडवा-बड़ौदा राजमार्ग पर छोटी कसरावद गांव में बने नर्मदा के बड़े पुल पर गुरुवार को भी परिजन व परिचितों का जमावड़ा लगा रहा। परिजनों ने बताया कि गुरुवार शाम करीब 7 बजे एसडीआरएफ व कोतवाली पुलिस टीम ने शव बरामद किया।
टीआई दिनेश कुशवाह ने बताया कि बुधवार को दिनभर कोतवाली पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने नर्मदा नदी में सर्चिंग की जा रही थी। जिसका शव गुरुवार शाम को बरामद किया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है। शव परिजनों के सुपुर्द किया है।
मेरी मौत का जिम्मेदार में स्वयं
दरअसल महेंद्र भाटी ने बुधवार सुबह करीब 8.50 बजे फेसबुक पर पोस्ट की। जिसमें लिखा कि- मेरी मौत का जिम्मेदार में स्वयं हूं, इसलिए मेरे नहीं रहने के बाद किसी को भी परेशान नहीं किया जाए.. नर्मदे हर।
1 मई को होने वाली थी शादी
महेंद्र के पिता गोपाल भाटी ने बताया कि 1 मई को महेंद्र की शादी थी। सारी तैयारियां हो चुकी थी। कार्ड बांटे जा चुके है। शादी भी महेंद्र की पसंद से ही हो रही थी। दो-तीन दिन पूर्व ही महेंद्र इंदौर जाकर शादी का सामान खरीदकर लाया था। बुधवार को आम दिनों की तरह वो तैयार होकर सुबह 8 बजे घर से बाइक लेकर निकला। कुछ देर बार वापस आया और फिर चला गया। उसके बाद फेसबुक पर पोस्ट लिखने व नर्मदा पुल पर बाइक-चप्पल मिलने की सूचना मिली थी। गुरुवार भी शाम को शव निकलने तक परिजन पुल पर ही मौजूद रहे।