निरीक्षक ने बताया कि गेहूं खरीद की अवधि 10 मार्च से 30 जून तक रखी गई है। इसके लिए किसान सरकारी केन्द्र गेहूं विक्रय करने के लिए किसी भी समय 25 जून तक ऑनलाइन पंजीकरण करवा सकते हैं। किसान पंजीकरण व खरीद से सम्बंधित समस्याओं के समाधान के लिए टोल फ्री नम्बर 180001806030 सम्पर्क कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि किसान की उपज की बेचान राशि सीधे किसान के जन आधार से लिंक बैंक खाते में स्थानांतरित की जाएगी। किसान जिस खाते में भुगतान चाहता है उसका जन आधार खाते से अपडेट करवाना जरूरी है। निरीक्षक ने बताया कि 12 से 14 प्रतिशत तक की नमी होने से नियमानुसार मूल्य में कटौती की जाएगी। इससे अधिक की नमी होने पर इसकी खरीद नहीं की जाएगी। पंजीकरण कराने वाले किसानों को माल की तुलाई के लिए टोकन जारी किए जाएंगे।

इस बार प्रदेश में चने व सरसों की बम्पर पैदावार है। सरसों की कटाई का काम 90 फीसदी पूरा हो चुका है। हर मण्डी में सरसों की आवक भी शुरू हो गई है। चने की भी कटाई शुरू हो गई है। अगले सप्ताह तक चना भी मण्डियों में बिकने के लिए आ जाएगा। लेकिन सरकार ने इनकी खरीद का समय 1 अप्रेल तय किया है। ऐसे में किसानों को मजबूरी में चने व सरसों की फसलों की जिंसों को मण्डियों या फिर स्थानीय व्यापारियों को औने- पौने दामों में ही बेचना पड़ेगा।
कई जगह अभी तक गेहूं की फसल की सिंचाई का ही काम चल रहा है। 90 फीसदी खेतों में गेहूं की फसल को पकने में अभी कम से कम एक पखवाड़े का समय लगेगा। यानि मण्डियों में ही अप्रेल महीने में गेहूं की जिंस आएगी। जबकि सरकार ने गेहूं की जिंस की खरीद 10 मार्च से शुरू कर दी है।