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Collector in bank: बैंक से रुपए निकालने के बाद बुजुर्ग महिला वहां खड़े कलेक्टर से बोली- ले ना गिन दे जिला कार्यालय पहुंची ग्राम बहेरा बेरला निवासी राजबती साहू ने आवेदन प्रस्तुत किया कि उसके हक की जमीन का सीमांकन किया जा चुका है। सीमांकन में उसकी जमीन का निर्धारण होने के बाद जमीन पर किसी अन्य व्यक्ति ने बेजा कब्जा कर लिया है।
सीमांकन के दौरान उक्त व्यक्ति द्वारा टीम के सामने कब्जा मुक्त करने की बात कही गई थी पर अब अपनी बात से मुकर रहा है। कलेक्टर रणवीर शर्मा ने बेरला तहसीलदार को फोन कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। महिला ने रोते हुए अपनी आप बीती सुनाई। उसके पति के निधन के बाद जमीन को कब्जादार छोड़ने के लिए तैयार नहीं है।
नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम बदनारा पंचायत सरपंच द्वारा आवेदन प्रस्तुत किया गया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्राम मेड़की रोड से बदनारा तक स्वीकृत कार्य निर्माण की स्थिति में हैं। मौके पर सीसी रोड का निर्माण किया गया है पर नाली निर्माण का कार्य करने के लिए खुदाई करने के बाद काम को छोड़ दिया गया है। बेमौसम बारिश होने की स्थिति में पानी भर जाने से लोगों के घर में पानी घुसने की शिकायत कलेक्टर से की गई थी, जिसमे ठेकेदार द्वारा आधा-अधुरा कार्य कर छोड़कर चले जाने से होने वाली परेशानियों को देखते हुए ग्रामीणों ने काम प्रारंभ करने का पक्ष रखा था। शिकायत के एक सप्ताह के भीतर ठेकेदार ने निर्माण प्रारंभ कर दिया है।
भूमि पर कब्जा करने वालों पर कार्रवाई की मांग की टेमरी के आवेदक निवासी नरेन्द्र शुक्ला ने कलेक्टर के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया कि उसके हक की जमीन पर अनावेदक द्वारा निर्माण एवं प्लॉट बनाने को रोकने के लिए गुहार लगाई गई।
ठेकेदार किसी की नहीं सुनत बेरला तहसील के ग्राम मुड़पारकला पंचायत के सरंपच दीपक कुमार यदु ने आवेदन में गांव में पेयजल व्यवस्था के लिए लाखों के बजट से जलजीवन मिशन के तहत गांव में पानी टंकी व पाइपलाइन व नल फिटिंग का काम ठेकेदार द्वारा 2 -3 माह से रोकने की शिकायत की। उसने बताया कि गांव में पाइप लाइन का काम आधा-अधूरा हुआ है, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है। पानी टंकी का निर्माण भी आधा हुआ है, जो गुणवत्ताहीन है। बेहतर निर्माण कराने के लिए सरपंच यदु व अन्य ग्रामीणों ने आवेदन किया। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में इन दिनों भीषण पेयजल संकट है। ऐसे में योजना पूर्ण नहीं होने से लोगों को दूसरे गांव पर निर्भर रहना पड़ रहा है
ड्रोन सर्वे में आबादी भूमि के सर्वे में ग्रामीण वंचित झिरिया ग्राम पंचायत के ग्रामीण प्रेमकुमार साहू, शत्रुहन विश्वकर्मा, मोहन यादव, बिसालिक समेत कई ग्रामीणों ने संयुक्त आवेदन सौंपे। उन्होंने बताया कि उनके गांव के पनहा नंबर 15 राजस्व निरीक्षक मंडल कुसमी के अंतर्गत आने वाले ग्राम झिरिया की ड्रोन आबादी का सर्वे किया गया था, जिसके बाद जारी सूची में कई ग्रामीणों का नाम नहीं है, जिससे वो वंचित हो गए हैं। पटवारी द्वारा जारी सूची में आबादी भूमि में रहने वालों के नाम दर्ज नहीं हैं, जिसे सुधार कर एक बार फिर सूची जारी करने की मांग ग्रामीणों के द्वारा की गई।