बच्चे के जेंडर का नहीं चल सका पता
बच्चे की देखभाल करने वाली नर्स ने बताया कि भैंसदेही के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इस बच्चे का जन्म हुआ था। बच्चे के दोनों पैर किसी मरमेड की तरह आपस में चिपके हुए थे। सामुदायिक स्वास्थय केंद्र के डॉक्टर्स ने बच्चे को जिला अस्पताल रेफर कर दिया था, क्योंकि बच्चे की हालत ठीक नहीं थी। जिला अस्पताल में जब बच्चे की जांच की गई तब डॉक्टर्स को पता चला कि ये एक कन्जवाइन बेबी (conjugated baby) है जो मेजर कंजेनाइटल माल फॉर्मेशन (major congenital malformation) जैसी दुर्लभ स्थिति का शिकार है। इस अजीबोगरीब स्थिति के कारण बच्चे के निचले अंग आपस में मिल चुके है। जिससे बच्चे का जेंडर भी पता नहीं लगाया जा सका। यह भी पढ़े – एमपी के लिए 1.87 लाख से ज्यादा पीएम आवास मंजूर, देखें किन जिलों को कितने मिले एक लाख बच्चों में 1 होता है ऐसा बच्चा
यही नहीं, जांच में यह भी पाया कि इस दुर्लभ बच्चे के हार्ट और फेफड़ों में भी कई दिक्कतें है जिसकी वजह से उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। बहरहाल, डॉक्टर्स की लाख कोशिशों के बाद वह बच न सका। 10 घंटे तक संघर्ष करने के बाद नवजात ने दम तोड़ दिया। डॉक्टर्स ने बताया कि यह एक ऐसी दुर्लभ स्थिति है। जो 1 लाख बच्चों में सिर्फ एक बच्चे को होती है। बच्चे की मां अभी जिला अस्पताल में भर्ती है। जहां उसकी हालत अभी स्थिर है।