थाना इंचार्ज योगेंद्र सिंह ने बताया कि हासम उर्फ काढ़ा अपने बेटे आशिक और अन्य दो साथियों के साथ बाइक पर गायों से भरी टाटा-407 को एस्कॉर्ट कर रहा था। सूचना मिलने पर पुलिस घाटमिका गांव के पास पहुंची। पुलिस को देखते ही काढ़ा और उसके साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गौ-तस्करों पर फायरिंग की। गोलियों की आवाज सुनकर बाकी तस्कर गायों से भरी टाटा 407 लेकर फरार हो गए।
तीन पुलिसकर्मियों के भी आई चोट
उन्होंने कहा कि कनवाड़ी गांव निवासी हासम उर्फ काढ़ा और उसके बेटे आशिक के साथ 2 अन्य गो तस्करों के साथ पुलिस पर फायरिंग करते रहे। करीब आधे घंटे तक दोनों तरफ से फायरिंग हुई। गोली लगने से आशिक की मौत हो गई, जबकि हासम काढ़ा घायल हो गया। मुठभेड़ के दौरान 3 पुलिसकर्मियों के भी चोटें आई हैं।
FSL की टीम कर रही जांच
जवाबी कार्रवाई में की गई पुलिस फायरिंग में घायल हासम घायल हो गया, उसे भरतपुर के RBM अस्पताल रेफर किया गया है। FSL की टीम बुलाकर जांच करवाई जा रही रही है। उसके बाद ही साफ हो पाएगा कि दोनों तरफ से कितने राउंड फायरिंग हुई है।
45 हजार का रखा था इनाम
हासम उर्फ काढा गो तस्करी, गो कशी और पुलिस पर फायरिंग का आरोपी है। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने इस पर 45 हजार का इनाम घोषित किया था। यह मुठभेड़ डीग और भरतपुर क्षेत्र में गौ तस्करी के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई का हिस्सा मानी जा रही है।