डीग। जिले के कामां कस्बे में एक मामूली सड़क हादसा खूनी संघर्ष में बदल गया। बाइक और कार की टक्कर के बाद उपजे विवाद में 7 माह की मासूम की जान चली गई और उसकी मां को अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझने के लिए छोड़ दिया।
पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि कामां कस्बे के विमल कुंड के पास बंटी गुर्जर नाम के व्यक्ति का मकान है। बंटी मूल रूप से हरियाणा के पुन्हाना जिले में सीहरी गांव का रहने वाला है। कल दोपहर में बंटी की कार कामां कस्बे में एक व्यक्ति की स्कूटी से टकरा गई थी। इसी बात को लेकर बंटी का स्कूटी सवार व्यक्ति से झगड़ा हो गया। इसी बात को लेकर स्कूटी सवार व्यक्ति अपने साथ करीब 15 से 20 व्यक्ति लेकर बंटी के घर पहुंचा। जाते ही उन्होंने फायरिंग कर दी।
मां की गोद में बैठी थी बच्ची
फायरिंग के दौरान बंटी की पत्नी सोनिया (32) अपनी 7 महीने की बेटी किट्टू को गोद में लेकर घर के बरामदे में खड़ी थी। अचानक चली गोलियों में से एक सोनिया के हाथ में लगी और फिर वहीं गोली किट्टू की कमर को भेदते हुए पार हो गई। गोलियों की आवाज से इलाके में दहशत फैल गई, और हमलावर मौके से फरार हो गए।
बचाने की कोशिश, पर नहीं बची मासूम
घटना के बाद बंटी के परिजन तुरंत सोनिया और किट्टू को लेकर तुरंत कामां अस्पताल पहुंचे। जहां से दोनों को आरबीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया। आरबीएम अस्पताल में बच्ची की हालत को देखते हुए बच्ची और उसकी मां को जयपुर रेफर कर दिया गया। बच्ची के ताऊ रवि गुर्जर ने बताया कि, जयपुर पहुंचने पर अस्पताल में किट्टू को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं किट्टू की मां सोनिया का इलाज एसएमएस अस्पताल में जारी है।