पूर्व CM अशोक गहलोत का सनसनीखेज दावा, अमरीका से आई रिपोर्ट ने खोल दी भाजपा सरकार की पोल
Ashok Gehlot: अशोक गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र में पारदर्शिता बहुत जरूरी है। ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई के बलबूते पर आप कब तक सरकार चलाओगे। आपकी पोल खुल गई।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को भरतपुर पहुंचे। वह शनिवार को अपना घर आश्रम में होने वाले कार्यक्रम में भाग लेंगे। सर्किट हाउस में पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा सरकार कब तक ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई के बलबूते सरकार चलाएगी। अमरीका से आई रिपोर्ट ने सारी पोल खोल दी है। 900 राजनेताओं के यहां छापे पड़े थे, जिसमें से महज 2 को ही दोषी पाया गया है।
पूर्व सीएम गहलोत ने कहा कि भरतपुर अपना घर आश्रम में अच्छा काम चल रहा है। यह एक यूनीक काम है। हमने अपनी सरकार में शिक्षा, स्वास्थ्य और पेंशन पर ध्यान दिया, जिससे हर व्यक्ति को सामाजिक सुरक्षा मिली। गहलोत ने सवाल उठाया कि यदि छोटे जिलों की परफॉर्मेंस अच्छी थी, तो उन्हें क्यों खत्म किया? चीफ सेकेट्री के रिव्यू के दौरान छोटे जिले की परफॉर्मेंस अच्छी थी। मैंने उसी समय कहा था कि गुड गवर्नेंस के लिए छोटे जिले जरूरी हैं। लोग मुख्यालय पर जाने के लिए 200-250 किलोमीटर जाते हैं। ऐसे में उन पर क्या बीतती होगी?
जातिगत गणना जरूरी
जातिगत गणना पर पूर्व सीएम में कहा कि यह आवश्यक है। यह किसी भी वर्ग के खिलाफ नहीं है। कुछ लोग भ्रम पैदा करते हैं। एक प्रकार का सोशल इकोनॉमिक सर्वे है। हर परिवार का सोशल सर्वे हो जाएगा। यदि मान लो जातिगत गणना हो जाती है। कोई सरकार हो या पार्टी हो। राज्य सरकार हो या केन्द्र सरकार। तमाम योजनाओं को बनाने में एक साइंटिफिक नजरिए से वह फैसला कर सकते हैं। हर कौम और हर वर्ग को इसका फायदा मिलेगा। इसको बेवजह मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। जनगणना में जो फिगर आते हैं, उसके आधार पर फैसले किए जाते हैं, लेकिन वह स्थिति बन नहीं पा रही है।
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हमारी योजनाओं को कमजोर कर रही है भाजपा : गहलोत
इससे पहले जयपुर से भरतपुर जाते समय शुक्रवार को दौसा जिले में कई जगह कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का स्वागत किया। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में गहलोत ने कहा कि राजस्थान में हालत गंभीर हैं। गांव-कस्बों में लोग सरकार के काम का आकलन कर बात करते हैं कि अब शिकायत किससे करें। विपक्ष अपनी भूमिका निभाकर सरकार तक फीडबैक पहुंचा रहा है। सीएम को बार-बार आगाह कर रहे हैं। सरकार अगर सुशासन देगी तो जनता का भला होगा और राजस्थान का विकास होगा।
गहलोत ने कहा कि गत सरकार में हमने जो स्वास्थ्य, शिक्षा, स्कॉलरशिप, दिव्यांग-विधवा-बुजुर्ग पेंशन आदि सामाजिक सुरक्षा की स्कीमें दी थी, उनको अब सरकार कमजोर कर रही है। यह अच्छी बात नहीं है। हमारी सरकार जा चुकी है। गहलोत ने सवाल उठाया कि पुरानी सरकार ने क्या किया, क्या कमी रखी, एक साल बाद भी पिछली सरकार का नाम लेते रहोगे तो अपनी उपलब्धि कब बताओगे।