अब तक 34 गांवों की हो चुकी है पंचायत
समाज के अध्यक्ष आनन्द प्रकाश पटेल ने बताया कि समाज में सामाजिक कुरीति फ़िज़ूलखर्ची उन्मूलन जन जागृति को लेकर अब तक समाज के 34 से अधिक गांवों की हुई पंचायत में समाज के लोग सामाजिक कुरीतियों फिजूल खर्चियों को पूरी तरह से बंद करने का निर्णय ले चुके हैं। साथ ही शादियों में निमंत्रण व्हाट्सएप से देने, भात में साफा बांधना बंद करने, मृत्यु भोज कुल्ला भोज बंद करने, लड़की की शादी में मांडा करना बंद करने के निर्णय के साथ निर्णय का उल्लंघन करने वाले को आर्थिक रूप से दंडित करने का प्रस्ताव पारित कर चुके हैं।राजस्थान के इस गांव में सुबह 9 बजे दिखता है सूरज, शाम 4 बजे हो जाता है अस्त; जानें क्यों?
गांव-गांव जगा रहे समाज के लोगों में अलख
समाज में संभवतया: यह ऐसा पहला विवाह समारोह रहा, जिसमें डीजे और साफा बांधने पर रोक लगाई गई। दरअसल सोमवार को निकटवर्ती गांव बरई से दिदावली बारात आई थी। गांव में यह पहली बारात रही जिसमें डीजे नहीं बजाया जा सका।–सुन्दर सिंह, पूर्व सरपंच, दिदावली