संभागीय आयुक्त कार्यालय की ओर से भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार कुलपति की ओर से अवैधानिक तरीके से महाविद्यालय की सम्बद्धता निरस्तीकरण अधिसूचना को बालिका हित में रद्द करवाने एवं श्री एस.एन. कॉलेज हलैना के विरुद्ध कार्रवाई रुकवाने के संबंध में रिपोर्ट चाही थी। प्रकरण की जांच के लिए कार्यालय स्तर पर कमेटी का गठन कर जांच कराई गई।
जांच में पाए गए दोषी
कमेटी की रिपोर्ट में सामने आया कि कुलपति प्रो. चन्द्रा की ओर से श्री गंगाशरण महाविद्यालय के विरुद्ध की गई कार्रवाई को अवैधानिक मानते हुए समिति अधिसूचना को रद्द करने की अनुशंसा की। वहीं, एस.एन. कॉलेज हलैना के विरुद्ध कार्रवाई रुकवाने संबंधी तथ्यों पर बिन्दुबार रिपोर्ट प्रस्तुत कर जांच पूर्ण होने तक विवि की ओर से एस.एन.कॉलेज के विरुद्ध परीक्षा संबंधी प्रकरणों के अन्य पत्राचार को स्थगित रखने की अनुशंसा की गई।
अब निलंबन के बाद कुलपति का इस्तीफा
महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के कुलपति ने निलंबन के तुरंत बाद कुलाधिपति को इस्तीफा भेजा है। इसमें लिखा है कि मुझे पता चला है कि आपने फर्जी कॉलेज को बचाने के लिए मेरे खिलाफ कार्रवाई की है। मैं इसके लिए अपना इस्तीफा देता हूं।