एएसपी सुखनंदन राठौर ने पत्रवार्ता में बताया कि 16 जनवरी को संजय नगर निवासी गेंदराम चतुर्वेदी ने गुमशुगी दज कराई थी कि उसका साढूभाई कोसानगर सुपेला निवासी लाला दास चतुवेर्दी घर से लापता हो गया है। उसका शव कुटेला भाठा आईआईटी गेट-2 मुरूम खदान भरे पानी में मिला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से
हत्या की बात सामने आई।
मामूली बात पर कर दी हत्या
एएसपी ने बताया लालदास को आरोपी नहीं जानते थे। उनके बीच मामुली सी बात को लेकर विवाद हुआ। लालदास ने ही पहले एक आरोपी का गला पकड़ लिया था। इस पर तैश में आकर आयुश ने उसके चेहरे पर एक मुक्का मार दिया, जिससे लालदास जमीन पर गिर गया। नाबालिग आरोपी उसके सिने पर चढ़ गए। जिससे उसके सिने की रिप्स टूट गई। इसके बाद थोड़ी देर में उसकी सांसे थम गई। ऐसे पकड़ाए आरोपी
एएसपी ने बताया कि जांच में एक व्यक्ति से यह पता चला कि 16 जनवरी को शाम करीब 7 बजे तीन चार युवक लालदास से कुर्मी भवन के पास मारपीट कर रहे थे। आस पास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। संदेही आयुश बागडे की जानकारी मिली। सुपेला पुलिस ने तत्काल आयुश को पकड़ा और उससे पूछताछ शुरू की। वह टूट गया और उसने तीन अपने नाबालिग साथियों का नाम उगला। उसके बयान के आधार पर तीनों नाबालिगों को पकड़ा गया।
लालदास के ई-रिक्शा से ही 10 किमी दूर तालाब में फेंका शव
सीएसपी सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि आयुष और नाबालिग मिलकर लालदास के शव को ठिकाने लगाने उसके ई-रिक्शा का इस्तेमाल किया। लालदास को ई-रिक्शा में लेटाकर कुटेलाभाठा ले गए और उसे उठाकर तालाब में फेंक दिया। लालदास के मोबाइल को अपने पास ले लिया और ई-रिक्शा को सेक्टर-6 के एक गार्डन में छुपा दिया था। पुलिस ने आरोपियों के निशानदेही पर मोबाइल और ई-रिक्शा को बरामद किया। सीएसपी ने बताया कि आयुष बागड़े (25 वर्ष) अपराधिक किस्म का है। पूर्व में वह जेल जा चुका है।