CG News: सीटें घटाने का भी प्रस्ताव
इस साल इंजीनियरिंग और फार्मेसी कॉलेजों में सीटों का गणित बदल सकता है। इंजीनियरिंग कॉलेजों ने कंप्यूटर साइंस के कोर्स पर ध्यान बढ़ाया है, जबकि सिविल और मैकेनिकल जैसी ब्रांच की सीटें घटाने प्रस्ताव दिया गया है। इसके अलावा पहले तक जहां बीबीए और बीसीए सामान्य हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से संबद्धता लेकर चलाया जाता था, वहीं अब यह कोर्स एआईसीटीई के दायरे में आ गया है, जिसके बाद कोर्स की डिमांड बढ़ गई है। भिलाई के एक कॉलेज ने दोनों कोर्स की 360 अतिरिक्त सीटों के लिए आवेदन किया है। जानिए… इस साल क्या कुछ नया
एम. फार्मा में नए विषय : फार्मेसी कॉलेजों ने मास्टर ऑफ फार्मेसी यानी एम.फार्मा में नए कोर्स के लिए आवेदन किया है। प्रत्येक एमफार्मा कोर्स के लिए 15 सीटों की अनुमति मांगी गई है। इसमें फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री, फार्मेकोलॉजी, फार्मास्यूटिक्स और क्वालिटी अस्योरेंस जैसे कोर्स शामिल किए जा सकते हैं।
बीसीए-बीबीए की मांग: डीटीई एनओसी के मुताबिक आरएसआर रूंगटा कॉलेज में अभी बीसीए कंप्यूटर एप्लीकेशन और बीबीए मैनेजमेंट की 60-60 सीटें थी। कोर्स की मांग को देखते हुए इस संस्थान ने सीट इनटेक में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है। बीबीए और बीसीए की 60 की जगह 240 सीटें मांगी गई हैं। डीटीई से इनको लेकर एनओसी मिल गया है, अब सीएसवीटीयू एआईसीटीई के नियम कायदों के आधार पर सीट वृद्धि कर सकता है।
इनटेक घटाया, कहीं बढ़ा
इस साल इंजीनियरिंग कॉलेज अपने सीट इनटेक में बड़े परिर्वतन करने जा रहे हैं। कंप्यूटर साइंस और उससे जुड़े एलाइट कोर्स की सीटों का इनटेक बढ़ाया गया है, वहीं सिविल और मैकेनिकल जैसी ब्रांच की सीटों को कम किया जा रहा है। मसलन, आरआईटी रायपुर ने ईटीएंडटी की 30 सीटों का घटाकर शून्य कर दिया है। सिविल की 60 सीटें भी 30 हो गई हैं। बीते कुछ साल पहले शुरू हुआ एमटेक थर्मल इंजीनियरिंग में इस साल शून्य सीटें रहेंगी, एडमिशन नहीं होंगे। पॉवर इलेक्ट्रॉनिक्स की सीटें 12 से घटकर 6 कर दी गई है।
नए विवि, इनटेक शून्य
रायपुर के विकास ग्रुप में संचालित इंजीनियरिंग कॉलेज ने मैकेनिकल और सिविल की 120-120 सीटों को घटाने का फैसला लिया है। इसके बदले दोनों ही कोर्स में 60-60 सीटों का इनटेक मांगा गया है। नए विश्वविद्यालय शंकराचार्य व भारती ने अपना पूरा सीट इनटेक को शून्य कर दिया है।सीएसवीटीयू से संबद्धता नहीं लेंगे।
यूजी कोर्स में इंटीरियर और फैशन डिजाइनिंग
चाणक्य स्कूल ऑफ आर्ट डिजाइन ने अपने संस्थान में स्नातक स्तर का नया कोर्स इंटीरियर डिजाइन, फैशन डिजाइनिंग और डिजाइन कोर्स की 30-30 सीटों के लिए डीटीई से एनओसी मांगा था, एनओसी तो जारी कर दिया गया है, अब देखना है कि सीएसवीटीयू इन्हें संबद्धता देता है या नहीं। सीएसवीटीयू, कुलसचिव, डॉ. अंकित अरोरा ने बताया कि शासन से जिन संस्थानों को एनओसी जारी हो गया है, उनकी संबद्धता की प्रक्रिया चल रही है। फार्मेसी के सभी कॉलेजों का अभी पीसीआई अप्रवूल नहीं आया है। अप्रूवल आते ही शेष की संबद्धता की प्रक्रिया शुरू होगी। सीट इनटेक बढ़ाने और घटाने के आवेदन मिले हैं।