यह भी पढ़ें:
मानसून की एंट्री के साथ पहुंचने वाला है नया सिस्टम, 19 जिलों में होगी तेज बारिश, चेतावनी जारी तापमान नियंत्रित हो गया है। गुरुवार को दिन का अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं रात में भी उमस कम हो गई। न्यूनतम तापमान 21.3 डिग्री सेल्सिया रिकॉर्ड हुआ। मौसम विभाग ने शनिवार से दुर्ग जिले में भी मौसम के बदलाव के संकेत दिए हैं। 21 जून से जिले में हल्की बारिश और 23 जून से मध्यम बारिश होने की संभावना बन रही है।
बारिश से औसत तापमान में गिरावट पिछले 25 दिनों से बस्तर में अटका मानसून सोमवार-मंगलवार को रायपुर से होते हुए सरगुजा तक पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि इस बीच करीब 76 फीसदी हिस्सों में मानसून सक्रिय हुआ है। मगर इसका असर अब तक जोरदार ढंग से कही नजर नहीं आया है। प्रदेश के किसी भी हिस्से में अतिवृष्टि नहीं हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार इसकी प्रमुख वजह मानसून द्रोणिका की मौजूदगी है। पश्चिमी विक्षोभ बंगाल की खाड़ी में तैयार होने वाली सारी नमी को अपनी ओर खींच रहा है, जिसकी वजह से प्रदेश में छाए बादल जोरदार ढंग से बरस नहीं पा रहे हैं।
दुर्ग जिले में सुबह से बादल छाए रहे और हल्की बूंदाबादी भी हुई। मध्य छत्तीसगढ़ में आज शाम तक हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी के आसार हैं। पिछले दो दिनों में औसत तापमान में भी 4-5 डिग्री की गिरावट आई है। पिछले 24 घंटे में दुर्ग में दिन का तापमान लगभग दो डिग्री और नीचे आ गया है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अभी एक निन दाब का क्षेत्र पश्चिम बंगाल के उपर स्थित है।
इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए और अधिक प्रबल होने की संभावना है। इस पर पश्चिमी विक्षोभ का अवरोध है। हालांकि आज अनेक स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।