606 अंकों और 1009 रैंक के साथ भिलाई के कुशाल धमेजा सेकंड टॉपर बन गए हैं। तीसरे स्थान पर शिमौन बगारिया है, जिनको नीट में 602 अंक और 1239 ऑल इंडिया रैंकिंग मिली है। नीट की इस रैंकिंग के आधार पर दर्शित का शासकीय मेडिकल कॉलेज और एस में एडमिशन का रास्ता खुल गया है। बाकी छात्रों को भी प्रदेश के कॉलेजों में एडमिशन मिल सकेंगे।
NEET UG Result: राज्य के छात्रों को प्राथमिकता
छत्तीसगढ़ के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की करीब दो हजार सीटें हैं। अबकी बार नीट का प्रश्नपत्र काफी कठिन रहा। पिछले साल जहां भिलाई के विद्यार्थियों ने 700+ अंक हासिल किए थे, वहीं इस साल कठिन प्रश्नपत्र की वजह से अंकों का पैमाना 650 के भीतर सिमट गया। इस साल प्रदेश में मेडिकल के दाखिलों में राज्य के विद्यार्थियों को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया गया है। दर्शित जैन : एआईआर- 524 परिवार का थर्ड जरनेशन डॉक्टर बनूंगा
मेरे दादाजी डॉ. मूलचंद जैन हमारे परिवार के फस्र्ट जनरेशन डॉक्टर हैं। इनके बाद मेरे पिता डॉ. प्रवीण कुमार जैन और माता डॉ. शिल्पा जैन ने भी मेडिकल की पढ़ाई की। इस तरह उनके बाद अब मैं अपने परिवार का थर्ड जनरेशन डॉक्टर बनूंगा। देश सेवा के लिए मेडिकल की फील्ड एक बेहतर जरिया है। इसलिए कक्षा 12वीं में गणित के बजाए बायोलॉजी चुना। नीट की तैयारी कक्षा 10वीं के बाद से ही शुरू कर दी थी।
पूरा परिवार डॉक्टर्स हैं, लेकिन उन्होंने कभी भी मुझपर इसी पेशे में आने का दबाव नहीं बनाया, बल्कि पेशे के लिए उनका समर्पण देखकर मैंने भी इसी फील्ड में बढऩे का निर्णय लिया। अभी एमबीबीएस से शुरू हो रही है, लेकिन इसमें आगे कई परीक्षाएं बाकी है। काबिल सर्जन बनने की इच्छा है।
600 से अधिक वाले 23 छात्र
नीट यूजी की परीक्षा में भिलाई-दुर्ग के 3,385 विद्यार्थी शामिल हुए थे। इस साल ट्विनसिटी से 23 से अधिक ऐसे विद्यार्थी हैं, जिन्होंने 720 अंकों की परीक्षा में 600 से अधिक अंक हासिल कर अपने लिए किसी न किसी मेडिकल कॉलेज का द्वार खोल लिया है। जल्द ही इसके लिए काउंसलिंग शुरू होगी, जिससे इनके नए सफर का आगाज हो जाएगा।
राज्य के छात्रों को प्राथमिकता
प्रदेश में सीटें रायपुर – 230 बिलासपुर – 230 दुर्ग – 200 अंबिकापुर – 175 कोरबा – 125 राजनांदगांव – 125 जगदलपुर – 125 रायगढ़ – 110 बालाजी – 150 रिस – 150 शंकराचार्य – 150 भीष्मदेव यादव512 विजय चंद्राकर 533 राशि चंतारे 508 विभा देवांगन 480