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Railway News: रेलवे का बड़ा फैसला! 15 से 24 अप्रैल तक ये 8 ट्रेनें रद्द, सफर करने से पहले देख लें LIST यह पार्क, जो देश में अपने प्रकार का प्रथम थीम आधारित सार्वजनिक उपवन होगा, न केवल सेल और भारतीय रेल के सात दशकों से भी अधिक पुराने संबंध का प्रतीक बनेगा। इस परियोजना को 2026 तक पूर्ण करके शुरू करने की संभावना है। सेल-रेल पार्क
औद्योगिक विरासत को आमजन के लिए सजीव अनुभव में बदलने का प्रयास किया जा रहा है। इसका निर्माण जल्द शुरू किया जाएगा।
इस उपवन का प्रमुख आकर्षण एक 410 मीटर लंबी ‘जॉय-राइड ट्रैक’ होगी, जिस पर एक छोटी टॉय रेल कार चार कलात्मक स्टेशनों से गुजरेगी। अवस्थाओं को दर्शाएंगे, जिनमें कच्चे माल की प्राप्ति से लेकर ब्लास्ट फर्नेस, रोलिंग मिल और रेल पटरियों के डिस्पैच तक की पूरी प्रक्रिया को रोचक ढंग से प्रदर्शित किया जाएगा। यह रचनात्मक संयोजन छात्रों, पर्यटकों और इस्पात-रेल उद्योग में रूचि रखने वालों के लिए एक आकर्षक व शैक्षिक स्थल सिद्ध होगा।
बीओओ मॉडल से किया जा रहा तैयार इस पार्क का विकास बिल्ड-ओन-ऑपरेट (बीओओ) मॉडल के तहत किया जाएगा। जिससे नवाचार की संभावनाएं खुलती हैं और दीर्घकालीन संचालन तय होता है। यह उपवन केवल एक औद्योगिक प्रदर्शन स्थल ही नहीं, बल्कि भिलाई के नागरिकों के लिए एक पूर्ण सार्वजनिक मनोरंजन स्थल के रूप में उपयोगी सिद्ध होगा।
तालाब, जलप्रपात का होगा निर्माण पार्क की शोभा बढ़ाने के लिए 1520 वर्ग मीटर क्षेत्रफल का एक तालाब और एक खूबसूरत जलप्रपात भी निर्मित किया जाएगा, जो न केवल जैव विविधता को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि जल पुनर्भरण में भी सहायक सिद्ध होगा। प्राकृतिक तत्व के साथ एक शांतिपूर्ण वातावरण का सृजन यहां आने वाले परिवारों, बच्चों तथा वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से आकर्षित करेगा।