112 से अधिक घरों पर गिरेगी गाज मुय सीवरेज लाइन के उपर करीब 112 घर हैं। ऐसे में इन पर गाज गिरना तय है। देर सबेर निगम इनके खिलाफ बेदखली कार्रवाई करेगा। जब तक यह कार्रवाई नहीं होगी, तब तक खुर्सीपार के 4000 भिलाई स्टील प्लांट आवासों में रहने वालों का सीवरेज लाइन का काम पूरा नहीं होगा। यही वजह है कि निगम अब मुख्य सीवरेज पाइप लाइन को खाली करवाने में जुट गया है। कब्जेधारियों को नोटिस पहले ही दिया जा चुका है।
खुर्सीपार में भिलाई स्टील प्लांट के करीब 4,000 आवास हैं। इनके पीछे सीवर लाइन का निर्माण किया जा रहा है। पिछली सरकार ने नए पाइप लाइन बिछाने के लिए 9 करोड़ स्वीकृत किए थे। निगम ने निविदा जारी कर काम एजेंसियों को दिया है। काम पूरा करने के लिए सबसे पहले स्थल क्लियर किया जाना है। यह काम नगर निगम, भिलाई के अधिकारियों का है। स्थल क्लियर करने का काम जब तक पूरा नहीं होगा, तब तक काम नहीं हो पाएगा।
काफी रुकावटे आई फिर शुरू हुई तोड़फोड़ इस काम को लेकर शुरू में नोटिस जारी करने के बाद काफी रूकावटें भी सामने आई थी। पहले व्यवस्थापन की मांग किए जाने पर प्रभावितों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराने की बात कही गई। कहा गया कि किसी को बेघर नहीं किया जाएगा। उसके बाद तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू की गई।
क्या काम करेगा एसटीपी एसटीपी घरों से अपशिष्ट जल को साफ करने के लिए बनाया जाना है। इससे होकर खुर्सीपार के बीएसपी आवासों का सीवरेज का पानी जाएगा। नाला में पहुंचने से पहले उसका ट्रीटमेंट इस एसटीपी के माध्यम से किया जाएगा। एसटीपी को मुय नाला के पहले बनाया जाना है। उसके लिए स्थल तय कर एजेंसी अब तक नहीं दिया गया है।
एसटीपी के निर्माण से ही 9 करोड़ खर्च कर बिछाए जा रहे सीवरेज पाइप लाइन की अहमियत रह जाएगी। लोगों का कहना है कि सिवर ट्रीटमेंट प्लांट का काम भी जल्द शुरू किया जाना चाहिए। क्योंकि सिवर का पानी नाला से होकर शिवनाथ नदी में समा रहा है। यह नदी के पानी को प्रदूषित कर रहा है।
खुर्सीपार में बिछाए जा रहे सीवरेज लाइन में एसटीपी कहां पर बनाया जाना है, यह अभी नहीं बता पाउंगा। इसके बारे में ईई से पूछना पड़ेगा। अमरनाथ दुबेजोन आयुक्त, जोन 4, शिवाजी नगर