बिना बुनियाद के खड़ी कर दिए थे दीवार ठेका एजेंसी ने 91.43 लाख से निर्मित रिटेनिंग वॉल को बिना किसी बुनियाद के खड़ी किया था। इसके बाद मिट्टी और पेवर ब्लॉक का काम अलग से किया जा रहा था। बारिश होते ही रिटेनिंग वॉल ढह गया। इस मामले में जिला प्रशासन की ओर से संयुक्त जांच टीम को भेजने की बात कही जा रही थी। इसके बाद निगम आयुक्त ने ईई को भेजकर जांच करने की बात कही। मामले की जांच जारी है।
92 लाख रुपए की लागत से किया गया कार्य बमनीन तालाब में होना था यह काम कार्य राशि तालाब से खरपतवार निकालना 24,663 रुपए रेलिंग के साथ टोवॉल 18,46,574 रुपए
भू-निर्माण 7,86,952 रुपए पाथ-वे 24,09,526 रुपए स्टेप सेटिंग 95,938 रुपए विद्युत पोल 8,41,769 रुपए आउटलेट 95,069 रुपए घाट निर्माण 6,52,775 रुपए टो वॉल 1,40,369 रुपए पिचिंग 2,59,569 रुपए
रिटेनिंग वॉल रेलिंग के साथ 7,32,430 रुपए वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट 10,95,922 रुपए पंप हाउस 1,61,942 रुपए वर्क आर्डर के मुताबिक करना था काम जांच में साफ होगा कि निर्माण वर्क आर्डर के मुताबिक किया गया था या नहीं। ईई मौके पर जांच करने गए। निरीक्षण किया। फिर सफाई को लेकर इंदौर जाने वाली टीम के साथ निकल गए। मलबा भी उठाया जा रहा है। वाल तोड़कर बनाने दिया है निर्देश
इंजीनियर ने क्यों नहीं देखा एजेंसी ने पहले पुरानी 5 फीट ऊंची दीवार के ऊपर से अपना रिटेनिंग वॉल खड़ा कर दिया था। पुरानी दीवार के साथ नई दीवार भी ढह गई। तब नए सिरे से नीचे जमीन से बुनियाद डालने का काम शुरू किया गया है। अगर वर्क आर्डर में जमीन से काम करना लिखा था, तब एजेेंसी ने पुरानी दीवार से काम क्यों किया। सवाल यह भी है कि गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा था तब निगम के इंजीनियरों ने क्यों नहीं देखा। साफ है कि उन्होंने अपना दायित्व सही ढंग से नहीं निभाई। बमनीन तालाब का रिटेनिंग वॉल ढह गया। इस मामले में जांच की जा रही है। पूरे रिटेनिंग वॉल को तोड़कर फिर से बनाने के निर्देश दिए गए हैं।