यह भी पढ़ें:
Accident: NMDC सेंट्रल वर्क शॉप के पास भीषण हादसा, तेज रफ्तार हाइवा ने ली एक की जान भिलाई तीन टीआई अंबरसिंह भरद्वाज ने बताया कि शिकायतकर्ता शोभाराम साहू (शोभा ट्रांसपोर्ट ) विठ्ठलपुरम के दतर मेें आरोपी सेक्टर-8 निवासी लोकेश नेताम और आनंद विहार फेस-2 निवासी स्वपनिल शिंदे पहुंचे और व्यवसाय के संबंध मे चर्चा करते हुए संपर्क में रहे। अपने आप को एक बड़ी कंपनी रूलबर्ड वाईट साफ फेक प्राइवेट लिमिटेड का डायरेक्टर बताया। आरोपियों ने उसे झांसा दिया कि उनकी गाड़ियों को अन्य कंपनियों में मासिक भाड़ा में लगवा देंगा। उससे हर महीने किराया आते रहेगा।
कंपनी एंटोफगास्टा के डायरेक्टर्स ने एलआईसी एडवाइजर समेत 31 इनवेस्टर से 10 लाख 27 हजार रुपए ठगी कर ली। पुलिस के मुताबिक लोगों ने कंपनी एंटोफगास्टा पीएलसी ऐप के जरिए ऑनलाइन रकम को ट्रांसफर किया। शिकायत पर पुलिस ने कंपनी के खिलाफ धारा 318 (4) के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।
भिलाईनगर थाना पुलिस ने बताया कि सेक्टर-7 निवासी एलआईसी एडवाइजर पायल मेहरा (55 वर्ष) ने शिकायत की। उसके परिचित हुडको निवासी शेखर संगेवार ने कंपनी एंटोफगास्टा पीएलसी ऐप के जरिए अधिक फायदा देने की बात बोलकर रुपए निवेश करने की सलाह दी। पायल मेहरा सहित 31 व्यक्तियों ने 10 लाख 27 हजार 110 रुपए शेखर संगेवार के बताए अनुसार इनवेस्ट कर दिया। यह राशि एंटोफगास्टा पीएलसी कंपनी में लगाई गई थी, पर बाद में उन्हें पता चला कि इस नाम की कोई कंपनी ही नहीं है।
शेखर संगेवार से इस बारे में पूछताछ करने पर गोल मोल जबाव दिया। शेखर संगेवार अब वह इस बात से मुकर रहा है। पायल मेहरा के पास पेटीएम नहीं होने के कारण दो अन्य खाते से रुपए ट्रांसफर किया था। शेखर संगेवार हर बार रुपए भेजने के लिए अलग-अलग यूपीआई लिंक का प्रयोग किया है। इस पूरे प्रक्रिया में शेखर संगेवार की बेटी व दामाद की मिली भगत की आशंका जताई है। क्योंकि शेखर संगेवार का दामाद आईटी सेक्टर से संबंधित है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने शोभाराम साहू को झांसा दिया कि कोरबा, बिलासपुर, अंबिकापुर, रायगढ़ की कंपनी एवं कोल खदान के अधिकारी और विधायक व मंत्री से उनके अच्छे संबंध है। इस वजह से उन्हें किसी भी कंपनी में टेंडर मिल जाता है। शोभाराम उनके झांसे में आ गया और 6 हाइवा ट्रक 12 चक्का वाहन को किराए पर दे दिया। आरोपियों ने गाड़ियों को कोरबा के कुसमुंडा माइंस में लगाने की जानकारी दी। शोभाराम ने उनकी बातों पर यकीन कर लिया। महिना बीत जाने के बाद भी किराया देने का नहीं लिया। गोलमोल जबाव देते रहे। गाड़ियों को वापस मांगा तो वापस नहीं किया। तब शोभाराम ने पुलिस ने शिकायत की।
झांसे में आ गया ट्रांसपोर्टर शोभाराम आरोपी बार-बार शोभा ट्रांसपोर्ट के विठ्ठलपुरम आफिस में जाकर उसे अनेक प्रकार के लुभावना ऑफर देते रहे। झांसे में आकर 6 गाडिय़ों को किराए पर दे दिया। आरोपी गाड़ी ले गए। उसके बाद आरोपियों ने गाड़ियों का किराया नहीं दिया। एक माह का किराया 14 लाख 40 हजार रुपए से अधिक था। आरोपियों ने गाड़ियों को भी नहीं लौटाया। मामले में प्रकरण दर्ज कर आरोपी लोकेश नेताम और स्वपनिल को गिरफ्तार किया। आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 316(2) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर जेल भेज दिया।