पूरे वर्ष में दो माह नहीं होंगे मुहूर्त सूर्यदेव 14 मार्च को मीन राशि में गोचर करेंगे। इसलिए 14 मार्च से 14 अप्रेल तक खरमास रहेगा। दिसंबर के अंत में फिर एक माह खरमास के रहेंगे। इस तरह से वर्ष में करीब दो माह खरमास के चलते विवाह समारोह नहीं होंगे।
मई माह में सर्वाधिक सावे पंडित अशोक व्यास ने बताया कि जनवरी में 10 दिन, फरवरी माह में 14, मार्च माह में 5 , अप्रेल में 9, मई में 16 व जून में 5 दिन शादी-विवाह के श्रेष्ठ मुहूर्त है। इसके बाद जुलाई, अगस्त, सितंबर व अक्टूबर में विवाह का कोई मुहूर्त नहीं है। इन माह में भगवान विष्णु शयन में चले जाएंगे। नवंबर में 13 व दिसंबर में 3 दिन विवाह के शुभ मुहूर्त है। सावों के आगमन से बाजार में रौनक आने लगी है।