सोमवार देर रात तेज हवा के कारण यह आग रावडदा, सामरिया और चरछा ब्लॉक के जंगलों तक फैल गई। इस भीषण आग से 175 हेक्टेयर वन क्षेत्र जलकर खाक हो गया और अनगिनत वन्य जीव इसकी चपेट में आ गए।
20 घंटे से कर रहे हैं मशक्कत
बता दें, आग की सूचना मिलने पर बेगूं वन विभाग की टीम तुरंत हरकत में आई। नगर पालिका बेगूं की दमकल और ग्रामीणों के सहयोग से 20 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग के बढ़ते वेग को रोकने में सफलता मिली। हालांकि, अभी भी वन विभाग और ग्रामीण टीमें मिलकर आग पर पूरी तरह काबू पाने के प्रयास में जुटी हुई हैं।
आग से वन संपदा को भारी नुकसान
इस आग से जंगल में रहने वाले हिरण, खरगोश, सांप, पक्षियों सहित कई वन्यजीवों के जलने की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा, बड़ी संख्या में दुर्लभ वनस्पतियां और पेड़ भी आग की चपेट में आ गए।
आग लगने के कारणों की जांच जारी
बताते चलें कि वन विभाग की टीम आग लगने के कारणों की जांच में जुट गई है। शुरुआती जानकारी के अनुसार, यह आग गर्म मौसम और तेज हवाओं के कारण तेजी से फैली। वहीं, कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध रूप से लकड़ी कटाई करने वालों या शिकारियों द्वारा आग लगाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। वहीं, स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग से इस तरह की आग की घटनाओं को रोकने के लिए सतर्कता बढ़ाने और जंगलों की निगरानी के लिए अतिरिक्त उपाय करने की मांग की है।