Rajasthan: सांप के ‘फूंक’ मारने पर बच्ची को आग में तपे भाले से दागा, जिंदगी-मौत से लड़ रही मासूम
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां पर अंधविश्वास के वशीभूत परिजन उपचार की जगह 1 साल की बच्ची को भाला से दगवा दिए। मासूम अब मौत और जिंदगी से लड़ रही है।
भीलवाड़ा। एक तरफ देश के वैज्ञानिक चांद पर झंडे गाड़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ आज भी कुछ ऐसे लोग हैं जो अंधविश्वास में पड़कर अपनों की जान जोखिम में डाल रहे हैं। ऐसा ही एक मामला भीलवाड़ा जिले से आया है, जहां पर सांप के फूंक मारने के बाद बच्ची को भाले से दाग दिया गया, जिससे उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
दरअसल, सांप के कथित रूप से ‘फूंक’ मारने का इलाज करवाने के लिए बच्ची को कुछ महीने पहले परिजन देव स्थान पर ले गए। वहां उसे गर्म भाले से दाग दिया गया। पिछले 4 दिन से तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर बच्ची को महात्मा गांधी अस्पताल के पीआइसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां पर उसकी हालत गंभीर बनी है।
बच्ची की दादी ले गई थी देव स्थान
पूरी घटना करीब तीन से चार माह पुरानी है। शाहपुरा क्षेत्र के बड़ेसर निवासी खुशी (1) पुत्री नंदलाल भील तीन से चार माह पहले सर्प ने ‘फूंक’ मार दी थी। दादी उसे देव स्थान ले गई। वहां बच्ची को इलाज के नाम पर गर्म भाले से दागा गया। अंधविश्वासी उपचार के बाद बच्ची की तबीयत में सुधार के बजाए और बिगड़ गई।
डॉक्टर बच्ची का कर रहे इलाज
सोमवार को बच्ची की तबीयत अचानक ज्यादा खराब होने पर उसे महात्मा गांधी अस्पताल के पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट वार्ड में भर्ती कराया। डॉक्टर बच्ची की सेहत पर लगातार नजर रख रहे हैं।
बच्ची कुपोषण व निमोनिया की शिकार
बच्ची कुपोषण का भी शिकार है। जन्म के बाद उसे अभी तक दूध के अलावा बाहर का कुछ भी नहीं दिया। खांसी-जुकाम ज्यादा है, निमोनिया बिगड़ा होने के चलते उसे आइसीयू में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। बच्ची की जांच के दौरान उसके डाम लगा होने की बात सामने आई है।