पहले चरण में 35 कंपनियां लगाईं गईं
दो साल पहले मालनपुर में 134 फैक्ट्री संचालित थीं, जिनमें क्षेत्रीय युवाओं के साथ करीब 10,000 लोगों को रोजगार मिला हुआ था। औद्योगिक क्षेत्र को फिर से समृद्ध बनाने के लिए शासन ने विशेष प्रयास किए, जिसके परिणामस्वरूप पहले चरण में 35 कंपनियां स्थापित की गईं। इनमें 4,000 से अधिक युवाओं को रोजगार दिया गया। अब 35 नई कंपनियों को फिर से स्वीकृत किया गया है, जिनका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। 850 करोड़ का निवेश, 2026 तक तैयार होगी फैक्ट्री
मालनपुर में नवीन फैक्ट्री में 850 करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है। कंपनी अगले एक साल में 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगी। इस इकाई से 350 युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाएगा। यह कंपनी मुख्य रूप से यूकेलिप्टस लकड़ी से प्लाई बोर्ड का उत्पादन करेगी, जिससे युवाओं के साथ ही किसानों को भी लाभ मिलेगा।
किसानों की आय में होगा इजाफा
नवीन फैक्ट्री में निवेश से किसानों को भी सीधा लाभ मिलेगा। मालनपुर में बनने वाले प्लाई बोर्ड न सिर्फ देश बल्कि विदेशों तक निर्यात किए जाएंगे। फैक्ट्री मालिक की मंशा है कि क्षेत्र के किसान यूकेलिप्टस की खेती से समृद्ध बने। परंपरागत खेती को छोड़कर किसान यूकेलिप्टस की खेती अपनाकर अच्छी आय अर्जित कर सकते हैं। औद्योगिक क्षेत्र में विकास की गति तेज
मालनपुर में औद्योगिक गतिविधियों को फिर से बढ़ावा देने के लिए 70 नवीन कंपनियों के प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। इनमें से 35 कंपनियां जल्द बनकर तैयार होंगी। पिछले छह महीनों में ही औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर में 8 नवीन इकाइयों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया गया है।
युवाओं का रुकेगा पलायन
जिले में औद्योगिक क्षेत्रों को विकसित करके युवाओं का रोजगार के लिए पलायन रोकने का प्रयास किया जा रहा है। औद्योगिक क्षेत्र में बंद होती कंपनियों से रोजगार पर संकट खड़ा हो रहा था, लेकिन अब बाहरी उद्योगपतियों को मालनपुर में निवेश के लिए आकर्षित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियां पूरी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मालनपुर आगमन से पहले गुरुवार को चंबल कमिश्नर मनोज खत्री ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री का हेलिपेड निर्माणाधीन फैक्ट्री एरिया के अंदर ही बनाया गया है। इस कार्यक्रम में मंत्री, विधायक, उद्योग जगत से जुड़े व्यवसायी और प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे। कार्यक्रम दोपहर 1 बजे से शुरू होगा।