अब उच्च माध्यमिक शिक्षकों को भी इसके दायरे में लाया गया है। शिक्षक संगठन के अध्यक्ष उपेन्द्र कौशल के मुताबिक उच्च माध्यमिक शिक्षक विभाग के नियमों के मुताबिक व्याताओं के समकक्ष हैं। बावजूद इसके विभाग ने भर्ती के लिए इन्हें अपात्र कर रखा था।
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इसका फायदा करीब पचास हजार अध्यापकों को मिलेगा। कौशल के मुताबिक उच्च माध्यमिक शिक्षक के रूप में ये स्कूलों में पदस्थ हैं। जिले की शिक्षा व्यवस्था में जिला शिक्षा और परियोजना अधिकारी काम कर रहे हैं। पदोन्नति को लेकर अभी कई विसंगतियां रही। एक ही पद पर कई शिक्षकों का पूरा जीवन बीत गया। उन्हें डीपीसी तो दूर प्राचार्य बनने का मौका भी नहीं मिला। इस निर्देश के बाद इन्हें लाभ मिलेगा।