यह कॉरिडोर रत्नागिरी चौराहे से शुरू होकर कालीबाड़ी, बरखेड़ा होते हुए डीआरएम तिराहा से एंप्री तक आएगा। सिक्सलेन एलीवेटेड कॉरिडोर से मिसरोद व आगे 11 मिल तक की राह आसान होगी। इस परियोजना को अक्टूबर 2023 में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने स्वीकृति दी थी। इसके बनने से नर्मदापुरम मार्ग के निवासी इंदौर, जयपुर, ग्वालियर, मुंबई आदि महत्वपूर्ण शहरों की ओर बिना बाधा के आ-जा सकेंगे।
ब्रिज फंड से मिलेगी राशि
कॉरिडोर के लिए विधायक मंत्री कृष्णा गौर की केंद्रीय मंत्री नितिन गड से एक माह में दो बैठकें हो चुकी है। इसके लिए फंड केंद्र के ब्रिज फंड से मिलेगा। हाल में लोकार्पित आंबेडकर ब्रिज के लिए भी इसी मद से राशि मिली थी। इससे ब्रिज में फंड की कमी नहीं होती है और काम तेजी से पूरा होता है। ये भी पढ़ें: ‘टोल प्लाजा’ पर नहीं रोकेंगे टोलकर्मी, अपने आप खुलेगा गेट नए बायपास बनेगा
एंप्री से रत्नागिरी एलीवेटेड कॉरिडोर एक नए बायपास के तौर पर रहेगा। अभी 11 मिल बायपास है, लेकिन ये शहर के भीतर स्थानीय ट्रांसपोर्ट के लिए ही रहेगा। यही वजह है कि इसे मिसरोद से एंप्री तक सिक्सलेन रोड से जोड़कर बनाया जाएगा। वहीं मिसरोद से आने वाला ट्रैफिक करीब सात किमी सिक्सलेन पर चलने के बाद एलीवेटेड कॉरिडोर पर आएगा। यहां से रत्नागिरी तिराहा से सीधे अयोध्या बायपास पर पहुंचेगा। यहां से गांधीनगर, एयरपोर्ट व बैरागढ़ की ओर निकल जाएगा।
एंप्री से रत्नागिरी एलीवेटेड कॉरिडोर सिक्सलेन होगा। इसकी डीपीआर तैयार करने के लिए काम शुरू किया जाएगा। – आरके सिंह, रीजनल ऑफिसर, नेशनल हाइवे