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भोपाल

पीडब्ल्यूडी की गजब इंजीनियरिंग….नीम के 300 पेड़ काटने के बाद समझ आया इन्हें डक्ट के बीच में लेकर बचा सकते थे

सभी बबूल अब डक्ट में शाहपुरा में विरोध का असर कोट्सपेड़ न कटे और रोड भी बने, इसपर ही काम बढ़ाने का कहा है। स्थानीय स्तर पर इंजीनियर- ठेकेदार से इसपर योजना बनाकर काम करने का कहा है।

भोपालFeb 07, 2025 / 11:21 am

देवेंद्र शर्मा

tree cutting in jabalpur

tree cutting in jabalpur

  • अहिल्या तिराहा से सीआई तिराहा तक सात किमी की सीसी रोड, डक्ट के लिए 300 नीम के पेड़ काट दिए, बबूल के पेड़ को डक्ट के बीच में लेकर बचा रहे
    भोपाल.
    लोक निर्माण विभाग की इंजीनियरिंग गजब इंजीनियरिंग देखना है तो अहिल्यादेवी तिराहा, मनीषा मार्केट से कोलार के दानिश कुंज सीआई तिराहा तक की निर्माणाधीन सीसी रोड पर जाकर देख लीजिए। यहां दानिशकुंज क्षेत्र में रोड साइड के 300 नीम के पेड़ इसलिए काट दिए क्योंकि ये रोड किनारे डक्ट में बाधक बन रहे थे। लोगों का विरोध भी अनसुना किया, लेकिन जैसे ही रोड दानिशकुंज कलियासोत ब्रिज के दूसरी ओर गई विभाग को समझ आया कि पेड़ बचाए जा सकते हैं। अब यहां बबूल के पेड़ है। इन्हें डक्ट में लेकर बचाया जा रहा। यानि नीम के 12 साल पुराने बड़े 300 पेड़ काटने के बाद इंजीनियरों को समझ आया कि डक्ट के बीच में पेड़ लेकर इन्हें बचाया जा सकता है। इस रोड का काम पीडब्ल्यूडी की सीपीए के विंग के आरके गुप्ता देख रहे हैं।
सभी बबूल अब डक्ट में
  • बबूल के पेड़ों के आसपास निश्चितसीमा तक मिट्टी हटाकर यहां लोहे की जाल की वॉल बनाकर सीसी किया। पेड़ अब डक्ट के बीच में है ओर आसपास थोड़ी चौड़ाई बढ़ाई, ताकि बारिश का पानी इसके पास से आसानी से निकल जाए। इससे पेड़ भी नहीं कटा और डक्ट भी बन गई।
शाहपुरा में विरोध का असर
  • करीब 40 करोड़ रुपए की इस रोड का देवी अहिल्या तिराहा से शाहपुरा बाबा नगर तक का काम शुरू नहीं हो पा रहा। इसकी वजह मनीषा से शाहपुरा तक रहवासियों का विरोध है। रोड किनारे बड़े व पुराने पेड़ है। रहवासी पेड़ों की कटाई नहीं होने देने पर अड़े है। संभवत: इसका ही विकल्प निकालते हुए विभाग ने डक्ट में ही पेड़ों को रख लिया है।
कोट्स
पेड़ न कटे और रोड भी बने, इसपर ही काम बढ़ाने का कहा है। स्थानीय स्तर पर इंजीनियर- ठेकेदार से इसपर योजना बनाकर काम करने का कहा है।
  • संजय मस्के, सीई, पीडब्ल्यूडी

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