झांसी के रेल कोच नवीनीकरण फैक्टरी में ट्रेन को ऐसी रंगत दी गई कि यह दोबारा नई जैसी नजर आने लगी। भोपाल रीवा वंदेभारत को अंदर और बाहर से पूरी तरह बदल डाला गया। इससे पहले रानी कमलापति-हजरत निजामुद्दीन वंदे भारत एक्सप्रेस को भी झांसी में ही मरम्मत कराने के लिए भेजा गया था।
रीवा-रानी कमलापति वंदे भारत एक्सप्रेस की मरम्मत का काम पूरा कर करीब एक माह पहले उसे यात्री सेवा के लिए भेज दिया गया था। इससे पहले वंदेभारत को डबरा से सोनागिर के बीच 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ा कर ट्रायल रन लिया गया था।
रेल कोच नवीनीकरण फैक्टरी में भोपाल रीवा वंदे भारत एक्सप्रेस BHOPAL JABALPUR REWA VANDE BHARAT EXPRESS में कई सुधार और बदलाव किए गए। इसके इंजन और कोच की रिपेयरिंग की गई। वंदेभारत के कोच के टूटे कांचों को बदला गया। कोच के अंदर खराब सीटों और अन्य इंटीरियर्स को भी सुधारा गया। वंदेभारत का पूरा मेकओवर कर दिया गया। इसमें नई बोगी लगाई गई और जर्क खत्म करने के लिए स्प्रिंग भी बदले गए। ट्रेन को पिछले साल सितंबर में मरम्मत के झांसी भेजा गया था।
शेड्यूल रिपेयरिंग में वंदेभारत एक्सप्रेस को अंदर और बाहर से पूरी तरह नई ट्रेन जैसा बना दिया जाता है।