संत हिरदाराम नगरजर खेड़ा सेक्शन की कुल दूरी 21 किमी है। सीआरएस मनोज अरोडा ने इस नवनिर्मित रेल लाइन पर ट्रायल से पूर्व मोटर ट्राली द्वारा विस्तृत निरीक्षण किया, साथ ही झरखेड़ा स्टेशन यार्ड का विधिवत परीक्षण किया। इसके बाद मुख्य सुरक्षा आयुख्त ने संत हिरदाराम नगर-जरखेड़ा सेक्शन में अधिकतम 120 किमी/घंटा की गति से सफल स्पीड ट्रायल किया। इस निरीक्षण के दौरान डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे।
नई लाइन परियोजना की मुख्य विशेषताएं
-परियोजना में एमपी और राजस्थान राज्य शामिल हैं एवं भोपाल, सीहोर, राजगढ़, झालावाड़ और कोटा इससे जुड़े हुए हैं। यह लाइन माल और यात्री परिवहन दोनों के लिए महत्वपूर्ण होगी, इससे रेल कनेक्टिविटी बेहतर होगी और यात्रा समय में 3 घंटे की बचत होगी। – झालावाड़ (राजस्थान) के काली सिंध थर्मल पावर प्लांट के लिए कोयले की आवागमन लागत कम होगी। -ब्यावरा-झालावाड़ मार्ग के बजाय यह नया मार्ग 42 किमी छोटा होगा, जिससे ईंधन और समय की बचत होगी। घाटोली स्टेशन के पास स्थित केलकेरा मंदिर तक यात्रियों की पहुंच सुगम हो जाएगी।
-भोपाल मंडल में 111 किमी रेल लाइन और 12 स्टेशनों के निर्माण के लिए 1,255 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। परियोजना को दिसंबर 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
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