ये भी पढें – राजधानी के सारे होटल फुल, मेहमानों के लिए बना 108 कमरों की टेंट सिटी आरोपी छोड़ चुका है पढ़ाई
एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि, टेलीग्राम(Board Paper Leak on Telegram) पर पेपर बेचने वाला शिवम यादव पुत्र अरविंद सिंह यादव मानसी गंगा होटल के पास इटावा रोड दीनपुरा भिंड का रहने वाला है। यह 12वीं फेल है। पढ़ाई छोड़ चुका है। इसने टेलीग्राम पर 3 ग्रुप बनाए थे, आरोपी ने बताया कि गेसिंग पेपर को असली पेपर बताकर ग्रुप पर लीक करने का प्लान था। छात्रों से एक से 2 हजार रुपए ऑन लाइन वसूले थे।
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टेलीग्राम ग्रुप(Board Paper Leak on Telegram) संचालक पेपर उपलब्ध करवाने के लिए एडवांस पेमेंट लेते हैं। इसके लिए पर्सनल आइडी पर क्यूआर भेजा जाता है। भुगतान का स्क्रीन शॉट मिलते ही संबंधित नंबर पर पेपर उपलब्ध करवा दिया जाता है।
फंसाने के ये तरीके
80 फीसदी सही सवाल का करते हैं दावा: टेलीग्राम में कई ग्रुप पर दावा किया जा रहा है कि बोर्ड परीक्षा से पहले सुबह उन्हें ओरिजिनल पेपर दे दिया जाएगा, वहीं कई अन्य ग्रुप पर फीस देकर 80 प्रतिशत सवाल सही मिलने का दावा किया जा रहा है। ये भी पढें – 100 करोड़ से बदल गई भोपाल की तस्वीर, देखें कितना खूबसूरत हुआ शहर एक घंटे में पेपर वायरल
एक टेलीग्राम चैनल में कम से कम एक हजार सब्सक्राइबर जुड़े होते हैं। इस तरह कम से कम दर्जनभर चैनल सक्रिय हैं। इनसे जुड़े सदस्यों तक एक से दो घंटे में दो से ढाई लाख स्टूडेंटस तक पर्चा पहुंच जाता है।
साइबर क्राइम ब्रांच की कार्रवाई
भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने अब तक कई टेलीग्राम ग्रुप्स पर शिकायतें दर्ज की हैं। टेलीग्राम के पांच ग्रुप्स पर फर्जी पेपर बेचने के आरोप में एफआइआर दर्ज की गयी है। इनमें दि एमपी बोर्ड पेपर लीक,सप्लीमेंट पेपर लीक,एमपी बोर्ड पेपर लीक 2025, एमपी बोर्ड पेपर लीक 2024-2025, एमपी बोर्ड क्लास 12 पेपर 2025 प्रमुख हैं। ये भी पढें – VVIP के लिए विशेष रूट की व्यवस्था, कई रास्ते रहेंगे डायवर्ट, सिर्फ इन्हें मिलेगी एंट्री कर्मचारी भी लिप्त
पिछले एक दो सालों में एमपी बोर्ड ने भोपाल के प्राचार्य समेत चार प्राचार्य, 23 शिक्षक, दो पर्यवेक्षक, एक लिपिक और एक चपरासी को पेपर लीक कराने के मामले में नामजद किया था।साइबर क्राइम अधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि छात्र अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें। किसी भी फर्जी टेलीग्राम ग्रुप से न जुड़े। ऐसा करने से न केवल धोखाधड़ी का शिकार होगें। बल्कि भविष्य पर भी खतरा मंडरा सकता है।