एमपी के अशोकनगर में कलेक्ट्रेट के सामने स्थित पुलिस पेट्रोल पंप पर 1 जनवरी से नया नियम लागू हो गया है जिसके तहत नकद भुगतान की व्यवस्था बंद कर दी गई है। विभाग के निर्देश के अनुसार ग्राहकों को अब डीजल-पेट्रोल खरीदने के लिए ऑनलाइन भुगतान ही करना होगा। एमपी पुलिस के राज्यभर में स्थित सभी पेट्रोल पंपों पर कैश लैस व्यवस्था लागू कर दी गई है।
एमपी पुलिस के पेट्रोल पंपों पर अब नकदी रुपए देने वाले ग्राहकों को पेट्रोल पंप से डीजल-पेट्रोल नहीं दिया जा रहा है। इसके लिए पंप के पास बड़े बैनर लगा दिए हैं, साथ ही मशीन पर भी सूचना चस्पा कर दी गई है। हालांकि इससे डीजल-पेट्रोल की बिक्री भी घट गई है।
यह भी पढ़ें: एमपी में बंद हो गईं बसें, कई जिलों में आवागमन ठप, जानिए कब तक थमे रहेंगे पहिए मध्यप्रदेश पुलिस के पेट्रोल पंपों के साथ ही सभी अशासकीय गतिविधियों में अब नकद लेन देन बंद कर दिया गया है। 15 नवंबर से ही ऑनलाइन पेमेंट शुरू कर दिया गया था। 31 दिसंबर के बाद पेट्रोल पंपों पर भी पूरी तरह से कैशलेस लेन देन चालू किया गया।
पुलिस अधिकारियोें के अनुसार सभी अशासकीय गतिविधियों में एक जनवरी 2025 से पूर्ण रूप से कैश ट्रांजेक्शन बंद कर दिया गया है। दरअसल एमपी पुलिस के कई पेट्रोल पम्पों पर गबन की शिकायतें सामने आईं थीं। ऑडिट में पता लगा कि नकद लेन-देन का लेखा-जोखा नहीं रखा जाता और इसके जरिए ही गबन किया जा रहा है।
इसके बाद पुलिस कल्याण पेट्रोल पम्प, पुलिस गैस रिफिलिंग केंद्र, एलपीजी गैस, सुपर बाजार आदि पर नकद लेन-देन पर रोक लगाने का आदेश जारी किया गया। 30 अक्टूबर को जारी इस आदेश पर 15 नवंबर से अमल करने को कहा गया था।
पेट्रोल पम्पों पर 1 जनवरी 2025 से यह आदेश प्रभावी किया गया।