सांसद ने रखा प्रस्ताव
दिल्ली में संसद भवन में आयोजित बैठक में भोपाल के सांसद आलोक शर्मा ने कहा कि बड़ा तालाब के किनारे प्राचीन शहर के अवशेष देखे जा सकते हैं। किनारे स्थित दो मीनारें और प्राचीन दीवारें इसी शहर की हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वैज्ञानिक अध्ययन और शोध किया जाना चाहिए। भाजपा सांसद ने इस बात पर भी जोर दिया कि बड़ा तालाब में 11वीं सदी के अवशेष मौजूद हैं, जो पूरे भोपाल में भी फैले हुए हैं। इतिहास में कई बार स्थानीय लोगों और इतिहासकारों ने इसकी खोज की मांग की है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2009-10 में भोपाल सर्कल के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने तालाब में डूबे महल और किले के अवशेषों की खोज का प्रस्ताव तैयार किया था। हालांकि, विशेषज्ञों की उपलब्धता की कमी के कारण केंद्रीय स्तर पर इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिली।
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आपको बता दें कि इसके बाद वर्ष 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तालाब के अंदर वैज्ञानिक प्रशिक्षण कराने की बात कही थी, लेकिन उन्हें भोपाल नगर निगम से हरी झंडी नहीं मिली। ऐसा प्रयास 2016 में भी किया गया था। यह वह समय था जब सांसद आलोक शर्मा भोपाल नगर निगम के महापौर थे। हालांकि, इस बार भी यह काम रोक दिया गया था।