बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार वर्चुअली जुड़े। बैठक में सभी एआइसीसी पर्यवेक्षक और पीसीसी पर्यवेक्षक जुड़े। जिला अध्यक्षों के चयन पर भी चर्चा हुई।
35 से 45 वर्ष की उम्र के होंगे जिलाध्यक्ष
प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने स्पष्ट किया कि मध्यप्रदेश में अब कांग्रेस जिला अध्यक्ष 35 से 45 वर्ष की उम्र के होंगे। तकनीकी रूप से सक्षम और सोशल मीडिया पर सक्रिय युवा नेताओं को प्राथमिकता दी जाएगी। विशेष परिस्थिति में वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया जा सकता है। कांग्रेस ने हर जिले से जिला अध्यक्ष के लिए 6 नामों का पैनल बनाने का निर्णय लिया है। इनमें अजा, अजजा, ओबीसी, अल्पसंख्यक, महिला और दो अन्य वर्गों के उम्मीदवार शामिल होंगे। प्रदेश प्रभारी चौधरी ने एआइसीसी और पीसीसी पर्यवेक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने जिले में तय समय पर जाएं और जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित बैठक में भाग लें। पैनल बनाएं। पर्यवेक्षक 20 जून को पहली रिपोर्ट एआइसीसी को भेज दें।
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कई चेहरे बाहर
संगठन सृजन अभियान के खंडवा प्रभारी बृजेंद्र प्रताप सिंह रविवार को खंडवा पहुंचे। यहां जिलाध्यक्ष की दौड़ में कई चेहरे सामने आए, लेकिन उम्र सीमा के कारण कई के अरमान ठंडे पड़ गए। सिंह के साथ सह प्रभारी विपिन वानखेड़े और रीना बौरासी भी थीं। उम्मीदवारों से वन-टू-वन चर्चा के दौरान नेताओं के समर्थक गांधी भवन के बाहर नारे लगाते रहे। दो नेताओं में बहस भी हुई।