जूडा ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने डॉ. अरुणा कुमार को डीएमई बनाए जाने के आदेश पर पुनर्विचार के लिए उप मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। जूडा ने इस निर्णय को छात्र तथा चिकित्सकों के हित में नहीं बताया। साथ ही आरोप लगाए कि डॉ. अरुणा का पूर्व कार्यकाल विवादों में रहा है तथा उनके कार्यकाल में कॉलेज परिसर में लगातार असंतोष और प्रशासनिक अव्यवस्थाएं भी थीं। इससे शैक्षणिक वातावरण प्रभावित होने से छात्रों के भविष्य पर भी संकट बना। जूडा ने लिखा – डॉ. अरुणा की छवि एक विवादित अधिकारी के रूप में रही है तथा उनका कार्यकाल निष्पक्षता और पारदर्शिता से दूर रहा है।इस पृष्ठभूमि में उनकी नियुक्ति डीएमई जैसे महत्वपूर्ण पद पर किया जाना उचित नहीं है। इससे मेडिकल शिक्षा प्रणाली की निष्पक्षता और गुणवत्ता पर प्रश्नचिह्न खड़ा होता है। डॉ. अरुणा के विभागाध्यक्ष के तौर पर कार्यकाल में मानसिक प्रताड़ना से पीड़ित एक महिला जूनियर डॉक्टर ने खुदकुशी की थी। जूडा ने छात्र हित और चिकित्सा शिक्षा की गरिमा को ध्यान में रखते हुए इस नियुक्ति पर विचार करने की मांग की है।