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सीहोर और भोपाल में बड़ा तालाब और इसका कैचमेंट है। एक होने पर संरक्षण का काम पूरा होगा।
● मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र भोपाल के पास है, लेकिन रायसेन में होने से इसकी प्लानिंग नहीं होती। एक होने पर यह राजधानी के साथ मानचित्र पर दिखेगा। ● राजधानी से लगीं वैश्विक धरोहरें सांची, भीमबेटका और अन्य पर भी साथ काम हो सकेगा।
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भोपाल में मेट्रो नेटवर्क मंडीदीप तक बढ़ाया जा रहा है। भविष्य में राजधानी के 100 किमी दायरे के बाहर भी मेट्रो चल सकेगी।
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अब 30 नहीं, 80 लाख आबादी का प्लान
अभी राजधानी की आबादी 30 लाख है। मेट्रोपॉलिटन रीजन में 5 जिलों का क्लस्टर बनाकर विकास होगा। 80 लाख की आबादी को देखकर योजना बनेगी। सीहोर-भोपाल से लेकर भोपाल-नरसिंहगढ़, ब्यावरा से राजगढ़, भोपाल से नर्मदापुरम, विदिशा व रायसेन तक की अलग प्लानिंग होगी। अभी भोपाल और सीहोर अलग-अलग प्लान बनाते हैं।