प्रदेश के कटनी जिले में जिला पंचायत सीइओ CEO शिशिर गेमावत ने 3 पंचायत सचिवों को निलंबित कर दिया है। इसी प्रकार बैतूल जिले में जिला पंचायत के सीइओ CEO अक्षत जैन ने भी 3 पंचायत सचिवों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है। काम में लापरवाही और अनियमितता की वजह से ये कदम उठाया गया है।
बैतूल जनपद पंचायत आमला की ग्राम पंचायत नांदपुर के सचिव गुलाबराव पंडाग्रे, जनपद पंचायत भीमपुर की ग्राम पंचायत दामजीपुरा के सचिव हेमराज घोरसे और जनपद पंचायत चिचोली की ग्राम पंचायत नसीराबाद के सचिव रामाधार यादव को निलंबित किया गया है। जल गंगा संवर्धन अभियान Jal Ganga Samvardhan Abhiyan में लापरवाही बरतने पर जिला पंचायत सीइओ अक्षत जैन ने ये कार्रवाई की है।
स्वीकृत खेत तालाब, कुएं रिचार्ज और कुछ पुराने काम अपूर्ण
2 जून 2025 को हुई समीक्षा बैठक में इन तीनों सचिवों का कामकाज असंतोषजनक पाया गया था। स्वीकृत खेत तालाब, कुएं रिचार्ज और कुछ पुराने काम भी तय समय सीमा में अपूर्ण पाए गए। जिला पंचायत सीइओ अक्षत जैन ने जनपद पंचायत चिचोली की असाडी और कामठामाल, जनपद पंचायत शाहपुर की ढुमका रैयत, केसिया, ढोढरामऊ, जनपद पंचायत आमला की डंगारिया और ब्राम्हणवाडा तथा जनपद पंचायत प्रभात पट्टन की ग्राम पंचायत पचधार के ग्राम सचिवों की लापरवाही पर भी सख्ती दिखाई है। इन सभी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किए गए हैं। इसके साथ ही,कई ग्राम पंचायतों के ग्राम रोजगार सहायकों को भी नोटिस जारीकर जवाब मांगे गए हैं।
कटनी में भी ग्राम पंचायत सचिवों पर सख्त कार्रवाई
इधर कटनी में भी जिला प्रशासन ने ग्राम पंचायत सचिवों पर सख्त कार्रवाई की है। यहां की जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा और बहोरीबंद के 3 पंचायत सचिवों को निलंबित कर दिया गया है। ढीमरखेड़ा जनपद पंचायत की पंचायत गोपालपुर के सचिव लखनलाल बागरी, ढीमरखेड़ा की ही ग्राम पंचायत अंतर्वेद के सचिव बंशुरउलहक मंसूरी और जनपद पंचायत बहोरीबंद की पंचायत स्लीमनाबाद के सचिव काशीराम बेन को निलंबित कर दिया गया है। मप्र पंचायती राज्य सेवा अधिनियम 1998 के तहत कदाचरण को दोषी पाते हुए तीनों को पंचायतों से हटा दिया गया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय जनपद पंचायत मुख्यालय तय किया गया है और इन्हें जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।