दरअसल, कर्मचारियों को बताना होगा कि वह किस पद पर हैं और उनकी सैलरी कितनी होगी। किस जिले में पदस्थ हैं। इसके अलावा नौकरी ज्वाइन करने पहले कितनी अचल संपत्ति उनके द्वारा खरीदी गई। सपंत्ति खरीदते समय उसकी क्या कीमत थी और वर्तमान में क्या कीमत है। वहीं, संपत्ति से कितनी इनकम प्राप्त होती है।
फॉर्मेट में देनी होगी जानकारी
सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को हर साल अपनी संपत्ति का ब्यौरा देना होता है। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से पूरी जानकारी अपने-अपने विभाग की वेबसाइट पर जारी करने के निर्देश दिए थे। जिसके लिए कर्मचारियों को फॉर्मेट में ही पूरी जानकारी देनी होगी।