mp news: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के ऐशबाग थाना इलाके में कुछ दिन पहले पकड़ाए कॉल सेंटर पर साइबर फ्रॉड का खेल चल रहा था। इस मामले में लापरवाही और पैसे के लेन देन के आरोप में ऐशबाग थाना प्रभारी समेत 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। पहले ही इस मामले में एक एएसआई पवन रघुवंशी को पैसों के लेन-देन के आरोप लगने के बाद लाइन अटैच किया जा चुका था जिसके घर पर पुलिस अधिकारियों ने रेड मारी है।
कॉल सेंटर में चल रहे साइबर फ्रॉड के खेल का खुलासा होने के बाद इस मामले में लापरवाही बरतने और पैसों के लेन देन के आरोप लगने के बाद लाइन अटैच किए गए एएसआई पवन रघुवंशी के घर पर बुधवार को पुलिस अधिकारियों ने रेड मारी। तलाशी के दौरान पवन रघुवंशी के घर से 15 लाख रुपए, लैपटॉप और प्रिंटर मिलने की जानकारी मिली है। बताया जा रहा है कि कॉल सेंटर से जब्त हुए लैपटॉप और प्रिंटर और पवन रघुवंशी अपने घर ले गया था।
फर्जी कॉल सेंटर से हो रहा था देशभर में साइबर फ्रॉड
ऐशबाग थाना क्षेत्र में कुछ दिन पहले पकड़ाए कॉल सेंटर पर साइबर फ्रॉड का खेल चल रहा था। अब तक जांच में सामने आया है कि 12 सौ से 14 सौ शिकायतें इस कॉल को लेकर दर्ज की गई हैं। शिकायतों के आधार पर ठगी गई रकम को लेकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि लगभग 14 करोड़ की ठगी की गई है। कॉल सेंटर का संचालन अफजल खान नाम का शख्स कर रहा था। उसकी पत्नी साईदा, दो बेटियां तनवीर और शाहिबा, बेटा अमान भी इस कॉल सेंटर से जुड़े हुए थे। टीकमगढ़ का रहने वाला अफजल का साला मुईन खान ठगी का पैसा टीकमगढ़ में इंवेस्ट करता था। मुईन स्थानीय पुलिस अफसरों के संपर्क में भी रहता था। पुलिस को कॉल सेंटर से कई कंप्यूटर, सिम कार्ड और हाईटेक इक्यूपमेंट मिले थे। इनमें एक ऐसी मशीन भी शामिल थी जिसमें एक साथ लगभग 30 सिम कार्ड लगा कर कॉलिंग करते थे।