केसर ने हलकी की थी जेब
मेहमान के रूप में आया केसर इस साल गुजरात के आम ‘केसर’ ने ग्राहकों की जेब हल्की की। गुजरात में फसल सीजन में आए आंधी-तूफान ने फसल को कम कर दिया। भोपाल की स्थानीय थोक मंडी में केसर बिकने आया लेकिन जल्द ही आवक बंद हो गई। थोक फल कारोबारी संतोष गुप्ता ने बताया कि केसर को छोड़कर दूसरी वैरायटी के आम गत वर्ष से सस्ते बिके हैं। केसर महंगा बिककर खत्म भी हो गया।5 राज्यों से धड़ाधड़ बिकने आ रहे टेस्टी ‘आम’, 10% तक गिरे रेट
अमेरिका बना कारण
यूएस में इंडियन मैंगो का कंसाइंमेंट रिजेक्ट होने से इस बार आम के निर्यात पर असर देखने को मिला। इससे मप्र, उप्र, गुजरात और साउथ में पैदा होने वाले आम की प्रमुख वैरायटी इंडियन मार्केट में ही ज्यादा बिक रही हैं। पेस्टीसाइड और केमिकल को लेकर विशेष सतर्कता बरती जाती है। सुविध शाह, निर्यात विशेषज्ञआम भी एपिड़ा के माध्यम से विदेश भेजा जाता है।
डॉ. विजय अग्रवाल, वैज्ञानिक, उद्यानिकी
स्थानीय थोक फल मंडी में भाव (रुपए प्रति किलो)
आम – गत वर्ष – इस वर्ष – आवक– लगड़ा 35/40 30/32 यूपी
– दशहरी 40/50 35/40 यूपी
– चौसा 60/65 50/60 यूपी
– सफेदा 30/35 25/30 यूपी
– बादाम 100/110 50/60 साउथ
– तोतापरी 40/45 30/35 साउथ
– केसर 50/60 90/100 गुजरात