3399 करोड़ रूपये अनुमानित लागत
रतलाम-नागदा तीसरी व चौथी लाइन और वर्धा-बल्हारशाह चौथी लाइन इन दोनों परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत 3,399 करोड़ रुपये (लगभग) है और इन्हें 2029-30 तक पूरा किया जाएगा। रतलाम-नागदा तीसरी व चौथी लाइन को मंजूरी मिलने के बाद रतलाम और नागदा के बीच रेलवे नेटवर्क और भी ज्यादा मजबूत होगा और ट्रेनों के संचालन में सहूलियत होगी। बता दें कि रतलाम जंक्शन मध्यप्रदेश के प्रमुख रेल जंक्शनों में से एक है जिससे रोजाना सैकड़ों ट्रेनें गुजरती हैं। एमपी-महाराष्ट्र के चार जिलों को होगा फायदा
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के चार जिलों को समाहित करने वाली ये दो परियोजनाएं भारतीय रेल के मौजूदा नेटवर्क को लगभग 176 किलोमीटर तक विस्तारित करेंगी। प्रस्तावित मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना लगभग 784 गांवों तक संपर्क सुविधा बढ़ाएंगी, जिनकी आबादी लगभग 19.74 लाख है। ये परियोजनाएं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नए भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं, जो क्षेत्र में व्यापक विकास के माध्यम से क्षेत्र के लोगों को आत्मनिर्भर बनाएंगी, जिससे उनके लिए रोजगार/स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे।