ब्राह्मण खेमे से इन नामों पर चर्चा तेज
अगर ब्राह्मण कार्ड पर दोबारा भाजपा दांव खेलती है तो पूर्व पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम पहले नंबर पर है। वह गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। ऐसे ही दूसरा नाम विंध्य से है। राजेंद्र शुक्ल रीवा से पांचवी बार के विधायक हैं। उनकी बघेलखंड और बुंदेलखंड में अच्छी पकड़ मानी जाती है। महिला वर्ग पर अगर भाजपा कार्ड खेलती है तो इसमें सबसे पहला नाम और पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस का है। जो कि ब्राह्मण वर्ग से आती हैं।
क्षत्रिय वर्ग से कौन हैं दावेदार
अगर इतिहास में पीछे मुड़कर देखा जाए तो 2006 से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ब्राह्मण और ठाकुर ही बनते आए हैं। ऐसे में प्रबल संभवनाएं फिर दिख रही है कि इतिहास को दोहराया जा सकता है। पहला नाम पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया का चल रहा है। जो कि संगठन मंत्री भी रह चुके हैं। पन्ना से विधायक बृजेंद्र सिंह भी मजबूत दावेदारों में से एक माने जा रहे हैं क्योंकि इनका नाम खुद वीडी शर्मा और नरेंद्र सिंह तोमर ने बढ़ाया है। महिला वर्ग से सीमा सिंह जादौन की बात करें तो वह शिवराज सिंह चौहान की करीबी मानी जाती हैं।
आदिवासी वर्ग से ये नाम
प्रदेश अध्यक्ष के लिए आदिवासी वर्ग को अगर प्राथमिकता दी जाती है तो मंडल सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के हाथों में कमान थमाई जा सकती है। ऐसे ही सुमेर सिंह सोलंकी भी रेस में शामिल हैं। महिला वर्ग से शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह दावेदारों में सबसे कम उम्र हैं।
हालांकि, ऐसे चर्चा चल रही है कि प्रदेश अध्यक्ष सामान्य वर्ग से कोई बन सकता है।
16 विधायक और 3 सासंद प्रदेशाध्यक्ष चुनाव में लेंगे हिस्सा
बीजेपी के विधायकों और सांसदों में 16 विधायक और 3 सासंद प्रदेशाध्यक्ष निर्वाचक मंडल में शामिल होंगे। इन 19 लोगों को प्रदेश परिषद का सदस्य बनाया जाएगा।