पीएम किसान सम्मान निधि में मध्यप्रदेश सहित देशभर में फर्जीवाड़ा चल रहा है। कई किसान दंपत्ति यानि पति और पत्नी दोनों ही इस योजना का लाभ ले रहे हैं जोकि नियमानुसार गलत है। अब ऐसे किसानों की अगली किस्त अटक गई है। अपात्र किसानों की पहचान कर उन्हें योजना से वंचित करने के लिए मामलों की जांच चल रही है।
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केंद्र सरकार ने इस संबंध में प्रदेश सरकार को जांच कराने के लिए कहा है। इस पर राज्य के सभी जिलोें के कलेक्टरों को संबंधित किसानों के मामले की जांच कराने को कहा गया है। पति पत्नी दोनों के ही द्वारा योजना का लाभ लेने के मामलों में जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ऐसे किसानों को योजना से अपात्र घोषित किया जाएगा। कलेक्टरों को जून में पीएम किसान सम्मान निधि की अगली किस्त जारी होने से पहले अपात्र किसानों की पहचान कर उन्हें किस्त से वंचित करने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। यह स्पष्ट कर दिया गया है कि जब तक अपात्र किसानों से राशि की वसूली नहीं हो पाती है, तब तक उन्हें योजना की अगली किस्त नहीं दी जाएगी। राशि का समायोजन पूरा होने के बाद सिर्फ पत्नी के नाम पर किसान सम्मान निधि की राशि जारी की जाएगी।