मुख्यालयों से होगी ई-वीकल की शुरुआत
ई-वीकल की शुरुआत के लिए बतौर पायलट प्रोजेक्ट उन्हें पुलिस मुख्यालय सहित अन्य बड़े शहरों से शुरू किया जाएगा। उसकी सफलता के बाद इसे जिलों में लागू किया जाएगा। क्योंकि फील्ड में ई-व्हीकल का इस्तेमाल व्यावहारिक तौर पर संभव नहीं है। इसलिए मुख्यालयों में पहले इसका उपयोग किया जाएगा।
भविष्य की तैयारी में जुटे
23वीं वाहिनी के कमांडेंट कुमार प्रतीक ने बताया कि पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ मौजूदा दौर में ई-वीकल का चलन बढ़ रहा है। भविष्य में पुलिस विभाग के द्वारा ई-व्हीकल के इस्तेमाल को ध्यान में रखते हुए विशेष सशस्त्र बल एवं पुलिस बल के 52 पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है।
राह में ये हैं चुनौतियां
ई-व्हीकल की राह में चार्जिंग स्टेशन एक बड़ी चुनौती है। क्योंकि गाड़ियों को प्रतिदिन चार्ज किया जाता है। जिसमें दो से तीन घंटे का वक्त लगता है। साथ ही आसानी से चार्जिंग स्टेशन की सुविधा हर जगह उपलब्ध नहीं है। जिसके कारण ई-वीकल का फॉर्मूला अभी तक ज्यादा कारगर साबित नहीं हो पाया है।