बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री 10 दिवसीय यात्रा के बाद धाम पहुंचे। वे 11 मई तक यहीं रहेंगे। एमपी में दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग केस पर उन्होंने बच्चों को संस्कारी बनाने की जरूरत जताई। पंडित शास्त्री ने अभिभावकों से कहा कि वे अपने बच्चों को खूब अंग्रेजी पढ़ाएं, लेकिन उन्हें ऐसा न बनाए कि वे दूसरे मजहबों के चक्कर में पड़ जाएं। दूसरों के मजहब के चक्कर में पड़ना पूरे समाज के लिए दुर्भाग्य की बात है।
कुछ लोग देश को गजवा ए हिन्द बनाना चाहते हैं
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि कुछ लोग देश को गजवा ए हिन्द बनाना चाहते हैं। इनके विदेश में बैठे आका खूब फंडिंग करते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक हर घर में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री नहीं होंगे तब तक देश एक राष्ट्र नहीं बनेगा।
विशेष साधना कर रहे पंडित धीरेंद्र शास्त्री
यात्रा से लौटने के बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने विशेष साधना शुरु की। वे 5 दिवसीय हनुमंत साधना कर रहे हैं। शनिवार से प्रारंभ हुई ये साधना 8 मई तक चलेगी। साधना के दौरान पंडित शास्त्री रोज 10 घंटे एकांत में कठिन तपस्या करेंगे। बागेश्वरधाम के सेवकों ने बताया कि साधना काल में पंडित धीरेंद्र शास्त्री कठिन नियमों का पालन कर रहे हैं। तेज गर्मी और कड़ी धूप में भी केवल एक गिलास दूध ही पी रहे हैं। हिंदुओं में एकता बढ़ाने और राष्ट्र को मजबूत बनाने के उद्देश्य को लेकर वे यह कठिन तपस्या कर रहे हैं।