हुनर की पारखी अहिल्याबाई ने शुरू किया था महेश्वरी साड़ी का उद्योग
पीएम मोदी ने कहा कि देवी अहिल्याबाई हुनर की ऐसी पारखी थीं कि वो गुजरात के जूनागढ़ से कुछ परिवारों को महेश्वर लेकर आ गई। यहां उन्होंने उनकी आजीविका के साधन महेश्वरी साड़ियों के हुनर को बढा़वा दिया। उन्होंने उन परिवारों को अपने साथ जोड़ते हुए 250 साल पहले माहेश्वरी साड़ी के एमपी में उद्योग की शुरुआत की। महेश्वर में बनने वाली ये साड़ियां ही महेश्वरी साड़ियों के नाम से देश दुनिया की पसंद बनी हुई हैं।विकास और विरासत को लेकर चल रहे हैं हम
पीएम मोदी ने कहा कि जैसे अहिल्याबाई विकास और विरासत को साथ लेकर चलीं आज हमारी सरकार भी उसी दिशा में आगे बढ़ रही है।ये भी पढ़ें: अहिल्या-‘मैं इंदौर को एक ऐसा नगर बनते देखना चाहती हूं, जहां तकनीक, संस्कृति, संवेदना साथ-साथ बढ़े’