जानकारी के मुताबिक, उसूर के सोढ़ीपारा निवासी 40 वर्षीय महिला सुशीला सोढ़ी महुआ बिनने के लिए गांव से 5 किमी दूर बोत्तामरका पहाड़ी की ओर गई हुई थी। रविवार शाम 5.30 बजे नक्सलियों की लगाई प्रेशर आईईडी की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गई। महिला को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उसूर लाया गया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
इलाज के दौरान हुई मौत
अधिकारी ने बताया कि उसे गंभीर चोटें आईं और उसे उसूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस घटना के साथ ही, बीजापुर जिले में जनवरी 2024 से हुए आईईडी धमाकों में सात ग्रामीण मारे गए हैं और छह अन्य घायल हुए हैं। नक्सलियों के खिलाफ हो रहा एक्शन
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। अधिकारियों ने बताया कि 1 जनवरी 2024 से अब तक गिरफ्तार माओवादियों की संख्या 656 है। 346 ने सरेंडर किया है। वहीं जिले में अलग-अलग मुठभेड़ में 141 माओवादी मारे गये।