पुलिस ने शुरू किया पीछा, बदमाशों की कार नहर में गिरी
घटना की सूचना मिलते ही पीआरवी पर तैनात मुख्य आरक्षी जर्रार हुसैन, सिपाही मनोज (निवासी हेवा, छपरौली, बागपत) और सिपाही गंगाराम बदमाशों की तलाश में निकल पड़े। बदमाशों की कार रसीदपुर गढ़ी से सलामाबाद की ओर भागी लेकिन तेज रफ्तार के कारण एक खंभे से टकराकर नहर में जा गिरी।
सिपाही मनोज ने दिखाई बहादुरी, जान देकर बचाई जानें
कार नहर में गिरने के बाद सिपाही मनोज और गंगाराम तुरंत बदमाशों को पकड़ने के लिए पानी में कूद गए। मनोज ने बहादुरी दिखाते हुए कार के अगले हिस्से को कंधे से उठाया, जिससे कार में फंसे बदमाश बाहर निकल सके। इसी दौरान एक बिजली का तार टूटकर नहर में गिर गया और पानी में करंट फैल गया। सिपाही मनोज ने अपने हाथ उठाकर बाकी पुलिसकर्मियों को पानी में उतरने से रोका, लेकिन खुद करंट की चपेट में आकर शहीद हो गए।
एक आरोपी भीड़ ने पकड़ा, दूसरा एनकाउंटर में गिरफ्तार
नहर से बाहर आने के बाद भीड़ और पुलिस ने एक आरोपी नीरज को मौके पर ही पकड़ लिया। नीरज, हिमपुर दीपा थाना क्षेत्र के गांव झाल का निवासी और इलाके का हिस्ट्रीशीटर है। उस पर 20 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं और वह गांव का पूर्व प्रधान भी रह चुका है। वहीं शनिवार को पुलिस ने दूसरे आरोपी वीरभान को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। मुरादाबाद के कांठ थाना क्षेत्र का निवासी वीरभान बदमाशों की कार से भागते समय गोली लगने से घायल हो गया था। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने नीरज के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।
बागपत में नम आंखों से हुआ अंतिम संस्कार
शहीद सिपाही मनोज का पार्थिव शरीर शनिवार को उनके पैतृक गांव हेवा, छपरौली (बागपत) लाया गया, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ नम आंखों से उनका अंतिम संस्कार किया गया। गांव और पुलिस विभाग में शोक की लहर है। गिरफ्तार बदमाशों ने भी सिपाही मनोज की बहादुरी को स्वीकार किया और कहा कि अगर मनोज उन्हें बाहर निकालने की कोशिश न करता, तो उनकी भी जान जा सकती थी। मनोज ने अपनी जान देकर कई लोगों की जान बचाई।
पुलिस बोली- जल्द खत्म करेंगे गिरोह का नेटवर्क
बिजनौर पुलिस का कहना है कि नीरज और वीरभान जैसे अपराधियों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए जल्द ही एक बड़ा अभियान चलाया जाएगा। फिलहाल दोनों से पूछताछ जारी है और नेटवर्क में शामिल अन्य अपराधियों की तलाश की जा रही है।