Bikaner: 27 घंटे हाईटेंशन विद्युत लाइन पर टंगा रहा किसान का शव, आखिरकार बनी सहमति
बीकानेर जिले के साबनियां गांव में 27 घंटे तक किसान का शव हाईटेंशन विद्युत लाइन पर टंगा रहा। प्रशासन और ग्रामीणों में सहमति के बाद शव को उतारा गया और परिजनों को सौंपा गया।
बीकानेर। साबनियां गांव में मंगलवार रात को 11 केवी विद्युत लाइन की चपेट में आने से मृतक किसान का शव 27 घंटे बाद बुधवार देर रात करीब एक बजे उतारकर महाजन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया गया।
गौरतलब है कि साबनियां निवासी हंसराज मेघवाल मंगलवार रात करीब 10 बजे अपने खेत से घर लौट रहा था। गांव के पास ही 11 केवी विद्युत लाइन एकदम नीची होने व अंधेरा होने से किसान इस लाइन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई। बुधवार सुबह मृतक के परिजनों व ग्रामीणों को घटना की जानकारी मिली।
जानकारी मिलते ही जुट गए थे ग्रामीण
जानकारी मिलते ही घटना स्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। साथ ही प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। इस दौरान विद्युत निगम की लापरवाही पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया और शव को नहीं उठाने दिया।
सरकारी नौकरी और 1 करोड़ मुआवजे की मांग
घटना स्थल पर बैठे ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा देने, एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, निगम के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग रखी थी। मांग नहीं मानने तक मौके से शव नहीं उठाने पर ग्रामीण अड़े रहे।
बुधवार शाम तक प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कई दौर की वार्ता हुई लेकिन ग्रामीण नहीं माने। लूणकरनसर उपखंड अधिकारी दयानंद रूयल के साथ कई दौर की वार्ता के बाद आखिरकार रात को करीब एक बजे समझौता हो गया।
17 लाख मुआवजा व संविदा पर नौकरी
धरने पर बैठे मृतक के परिजनों व ग्रामीणों के साथ उपखंड अधिकारी ने कई दौर की वार्ता की। देर रात प्रशासन ने पीड़ित परिवार को 17 लाख रुपए की आर्थिक सहायता व परिवार के दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी देने का आश्वासन दिया। इस पर सहमति बन गई। सहमति बनने के बाद देर रात को शव को विद्युत तारों से उतारकर महाजन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। गुरुवार सुबह शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।