उन्होंने कहा कि परिवादी से आने-जाने की व्यवस्था कराने पर उन पर आरोप लगते है। ऐसे में अनुसंधान के लिए कही जाने की आवश्यकता होने पर पुलिस वाहन उपलब्ध कराने की मांग रखी।पुलिस लाइन में सुबह दस बजे संपर्क सभा शुरू हुई। इसमें कुछ जवानों ने अपनी व्यक्तिगत परेशानियों को भी डीजी पालीवाल के साथ साझा की।
पुलिस थानों में सफाई के लिए महज 1200 रुपए मासिक ही मिल रहे होने से अवगत कराते हुए राशि बढ़ाने की मांग की। एक कार्मिक ने अवगत कराया कि थाना स्टाफ हर माह चंदा कर सफाई करने वाले को भुगतान करते हैं। एक जवान ने अवकाश स्वीकृत नहीं होने की परेशानी बताई तो डीजी ने तुरंत पुलिस अधीक्षक को इसका समाधान करने के निर्देश दिए।
बाद में डीजी पालीवाल ने पुलिस लाइन की मैस, घुड़शाला, हथियार खाना का निरीक्षण किया। यहां से सदर थाना सभागार पहुंचकर जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें सड़क हादसों पर अंकुश लगाने और साइबर अपराध की रोकथाम से जुड़े दिशा-निर्देश दिए। डीजी ने कहा कि साइबर अपराधियों से निपटने के लिए साइबर कमांडोज को ट्रेनिंग देकर तैयार कर रहे है। यह कंमाडोंज साइबर अपराध के सभी तकनीकी पहलुओं को समझने में निपुर्ण होंगे। इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश और पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर भी उपिस्थत रहे।
जवानों के साथ किया नाश्ता
डीजी पालीवाल ने पुलिस लाइन में मैस में नाश्ते की गुणवत्ता को जांचा। साथ ही जवानों के साथ नाश्ता किया। उन्होंने पुलिस लाइन में पेट्रोप पंप पर काम कर रहे जवानों से सुरक्षा व सफाई के बारे में जानकारी ली। पुलिस लाइन में पेड़ों लगे मधुमक्खी के छतों को लेकर भी आवश्यक कदम उठाने की बात कही।